आदिवासी बाहुल्य जिले अलीराजपुर के सहकारी बैंक में कर्मचारियों के द्वारा ग्राहकों की धोखाधड़ी की एक घटना सामने आई है, इस धोखाधड़ी के आरोप में बैंक शाखा के पूरे स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है।
अलीराजपुर की बैंक शाखा में कर्मचारियों द्वारा खातों से अनधिकृत रूप से 25 लाख, 27,700 रुपए की राशि निकाली गई थी। शाखा प्रबंधक सहित सभी कर्मचारी खातों से राशि ट्रांसफर कर एटीएम के माध्यम से निकालते थे। ये सभी कर्मचारी किसानों के खातों से रोजाना पैसे ट्रांसफर कर, खुद के पिन जेनरेट कर रहे थे और उन खातों से पैसे निकाल रहे थे।
जांच दल और कानूनी कार्रवाई:
बैंक के सीईओ के. के. रायकवार ने बताया कि इस घटना के खुलासे के बाद तुरंत तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया। प्रारंभिक जांच में शाखा प्रबंधक राजेश जोशी, सहायक लेखापाल शैलेष थेपडिया, कैशियर संजय अवासया, समिति प्रबंधक दिलीप वाणी, डूंगरसिंह डोडवा, प्रेमसिंह भिण्डे और मचकूरी कर्मचारी पूजा राठौड़ की संलिप्तता पाई गई। इन सभी को निलंबित कर दिया गया है।
आगे की जांच में दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई और प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। शाखा के सभी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
यहां समझिए मामला
- अलीराजपुर बैंक शाखा के पूरे स्टाफ को आर्थिक अनियमितताओं के चलते निलंबित कर दिया गया है।
- आरोपों के बाद हुई जांच में पाया गया कि कर्मचारियों ने खातों से अनधिकृत रूप से 25 लाख, 27,700 रुपए की राशि निकाली थी।
- बैंक के सीईओ के. के. रायकवार ने तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया।
- अधिकारी द्वारा कहा गया है कि आगे जांच में दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।