महंगाई की मार: इस बार 20 प्रतिशत महंगी हुई राखी, त्योहार की रौनक लौटी


इस रक्षाबंधन, बाजारों में राखियों की कीमतों में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है, जिससे महंगाई की मार गरीबों की थाली तक पहुंच गई है। कॉटन धागा और मोतियों की कीमतों में इजाफा, जीएसटी और मालभाड़े की वृद्धि ने इस बार राखियों की कीमतें दोगुनी कर दी हैं। भगवान श्रीराम और खाटू श्याम की डिजाइन वाली राखियों का खास क्रेज़ है, वहीं सोने-चांदी की राखियों की भी मांग बढ़ी है। त्योहार की रौनक ने मंदी से जूझते बाजारों को फिर से गुलजार कर दिया है। राखी का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:28 से 4:01 बजे तक रहेगा।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है, लेकिन इस बार राखी की कीमतों में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। त्योहार की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन महंगाई का असर बाजारों में साफ दिखाई दे रहा है। राखी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल, जैसे कॉटन धागा और मोतियों की कीमतों में उछाल के चलते इस बार राखी की कीमतें पिछले सालों के मुकाबले काफी बढ़ गई हैं। जिले के बाजारों में राखी की दुकानों पर खरीदारी का सिलसिला शुरू हो गया है, और इस बार राखी की कीमतें 2 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक देखी जा रही हैं।

राखियों में भगवान श्रीराम और खाटू श्याम का क्रेज: इस बार बाजार में भगवान श्रीराम और खाटू श्याम के साथ बच्चों के लिए बेन 10 और छोटा भीम जैसी डिज़ाइन वाली राखियों का क्रेज़ देखा जा रहा है। दुकानों में करीब 30 से 40 तरह की रंग-बिरंगी राखियां उपलब्ध हैं, जिनमें चंदन की लकड़ी, डायमंड और कलर पत्थर लगी राखियां शामिल हैं। इसके अलावा, गोल्डन और सिल्वर राखियों की भी मांग बढ़ी है, जिन्हें खरीदने के लिए लोग पुरानी राखियों का एक्सचेंज भी कर रहे हैं। सोने-चांदी की राखियों में इस बार सबसे ज्यादा बिकने वाली चांदी की राखियां हैं, जो 180 रुपये से 1000 रुपये तक उपलब्ध हैं।

कच्चे माल की बढ़ती कीमतों का असर: राखी व्यापारियों का कहना है कि इस साल कॉटन धागा और मोतियों की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। पिछले साल जहां कॉटन का धागा 150 से 180 रुपये किलो के हिसाब से मिल रहा था, वहीं इस साल यह 300 रुपये किलो तक पहुंच गया है। इसी तरह, मोतियों की कीमतें भी 200 रुपये से बढ़कर 280 रुपये किलो हो गई हैं। इस वजह से राखी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है।

त्योहार से लौटी बाजारों की रौनक: लंबे समय से मंदी के दौर से जूझ रहे बाजारों में रक्षाबंधन का त्योहार आते ही रौनक लौट आई है। लगातार बारिश के बाद अब बाजारों में ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। मोबाईल और कपड़ों की दुकानों पर भी खरीदारी का माहौल है। दुकानदारों का कहना है कि भाई-बहन एक-दूसरे को गिफ्ट देने के लिए मोबाईल और कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे बाजारों में बूम आया है।

यातायात में परेशानी: शहर में त्योहार के दौरान बढ़ती भीड़ से यातायात व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। वन-वे यातायात की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि बड़े वाहनों को बाजार में प्रवेश से रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन ने भी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए यातायात को सुचारू रखने के निर्देश दिए हैं।

रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त: इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन 5 शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जिसमें सर्वार्थ सिद्धि, शोभन, रवि, सौभाग्य योग और श्रवण नक्षत्र शामिल हैं। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:28 से 4:01 बजे तक और शाम 6:37 से 8:50 बजे तक रहेगा।



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