
शहर में अपराध नियंत्रण और अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के तहत प्रशासन ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए साढ़े 6 हजार लीटर अवैध शराब को नष्ट किया। यह शराब विभिन्न थानों पर वर्षों से जब्त पड़ी थी, जिसकी अनुमानित कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। प्रशासन की यह कार्रवाई न सिर्फ कड़ा संदेश देने वाली है बल्कि थानों में वर्षों से जमा पड़ी शराब के कारण हो रही अव्यवस्था को भी खत्म करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
नष्टीकरण की यह कार्यवाही धार शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड क्षेत्र में की गई, जहां कोतवाली, नौगांव, तिरला और सादलपुर थानों पर वर्षों से जब्त शराब को एकत्रित कर बुलडोजर से नष्ट किया गया। शराब को पहले बोतलों से बाहर निकाला गया, फिर जेसीबी की मदद से बोतलों को कुचलकर नष्ट किया गया। इस पूरी प्रक्रिया को देखने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
इस कार्यवाही का नेतृत्व सीएसपी रविंद्र वास्कले के मार्गदर्शन में किया गया, जबकि मौके पर तहसीलदार दिनेश उईके, टीआई समीर पाटीदार, सुनील शर्मा समेत आबकारी और राजस्व विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे।
प्रशासन की यह कार्रवाई मासिक अपराध समीक्षा बैठक के बाद तेज़ हुई। बैठक में यह तथ्य सामने आया था कि वर्ष 2020 से लेकर अब तक विभिन्न प्रकरणों में जब्त की गई शराब थानों में पड़ी है, जिससे विभागीय कार्यों में रुकावट आ रही है। कई थानों के कक्षों में शराब की पेटियां भरने के कारण न तो वे कमरे उपयोग में आ रहे थे और न ही रिकॉर्ड सुरक्षित रह पा रहा था। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक संयुक्त टीम बनाई गई जिसमें पुलिस, आबकारी और राजस्व विभाग शामिल रहे।
यह नष्टीकरण केवल कानूनी औपचारिकता नहीं, बल्कि एक बड़ी प्रतीकात्मक कार्रवाई भी थी जो बताती है कि प्रशासन अवैध शराब कारोबार के खिलाफ गंभीर है और इस दिशा में ठोस कदम उठा रहा है। वहीं, यह भी साफ संकेत है कि थानों में जब्त सामग्री का व्यवस्थित प्रबंधन अब प्राथमिकता में है।
मुख्य बातें:
- चार थानों पर जब्त साढ़े 6 हजार लीटर शराब नष्ट
- देशी-विदेशी मदिरा और बीयर शामिल
- 2020 से लंबित प्रकरणों की शराब को किया गया नष्ट
- लाखों रुपये की कीमत की शराब पर चला बुलडोजर
- संयुक्त टीम में पुलिस, आबकारी और राजस्व विभाग के अधिकारी रहे शामिल