अवैध शराब मामलाः सरकारी जमीन पर बना रखा था अवैध ढाबा, प्रशासन ने चलवाई जेसीबी


राजस्व विभाग की टीम ने बताया कि यह ढाबा सरकारी जमीन पर बना है। ढाबे से अवैध गतिविधियां संचालित होती हैं जिस कारण इसे ढहा दिया गया। बताया जा रहा है कि इस ढाबा मालिक और आरोपी सुखराम के बीच भी कनेक्शन सामने आया है।


आशीष यादव
धार Published On :
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धार। कुक्षी में अवैध शराब पकड़ने गए एसडीएम नवजीवन पवार और नायब तहसीलदार राजेश भिड़े पर प्राणघातक हमला करने वाले शराब माफियाओं की धरपकड़ के लिए पुलिस एक्शन मोड में है।

इधर कुक्षी के ग्राम हल्दी स्थित जिस ढाबे के सामने एसडीएम पवार और नायब तहसीलदार राजेश भिड़े पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया था, वह ढाबा सरकारी जमीन पर बना हुआ पाया गया। इस कारण राजस्व विभाग की टीम ने गुरुवार को ढाबे को ढहा दिया।

राजस्व विभाग की टीम ने बताया कि यह ढाबा सरकारी जमीन पर बना है। ढाबे से अवैध गतिविधियां संचालित होती हैं जिस कारण इसे ढहा दिया गया। बताया जा रहा है कि इस ढाबा मालिक और आरोपी सुखराम के बीच भी कनेक्शन सामने आया है।

दूसरी तरफ, अवैध शराब तस्करी मामले में मिलीभगत पाए जाने पर कुक्षी टीआई सीबी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार शराब कांड मामले में कुक्षी टीआई के नंबरों पर कुछ संदिग्ध कॉल आए हैं जिसके कारण यह कार्रवाई की गई है।

साथ ही साथ निसरपुर चौकी प्रभारी जीवन नीनामा को भी लाइन अटैच करते हुए निलंबित कर दिया गया है और इस मामले में आरोपियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। गुरुवार देर रात एसआईटी की जांच के बाद दस आरोपियों के नामों को जोड़ा गया है।

अवैध शराब कांड की जांच करने के लिए बनाई गई एसआईटी टीम ने गुरुवार को कुक्षी पहुंचकर मामले में जांच शुरू की। टीम के इंचार्ज एएसपी देवेंद्र पाटीदार ने विभाग की एक बैठक ली।

इसके बाद फरार शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए पुलिस ने पांच टीम बनाकर पड़ोसी जिलों में भेजी है। एएसपी पाटीदार ने गिरफ्तार हुए आरोपी मुकाम पचाया से भी फरार सुखराम की जानकारी ली है ताकि मुख्य आरोपी सुखराम की गिरफ्तारी की जा सके। पुलिस राजनीतिक आकाओं को भी धरने की तैयारी कर रही है।

शराब की जानकारी बुलवाई –

एएसपी पाटीदार ने गुरुवार को कुक्षी में एक बड़ी बैठक ली जिसमें शराब कांड को लेकर विभिन्न पहलुओं पर जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है। खासतौर पर अवैध शराब की जानकारी का पूरा रिकॉर्ड आबकारी से लिया जा रहा है।

ट्रक से बरामद की गई शराब का बैच नंबर, दुकान की सील, डिस्टलरी की जानकारी सहित अन्य जानकारियां आबकारी से ली जा रही हैं। इसके आधार पर संभावना है कि आरोपियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।

कॉल डिटेल बढ़ा सकती है परेशानी –

इस शराब कांड के बाद साइबर सेल से घटना वाले स्पॉट व आरोपियों के प्रमुख मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल टेलीकॉम कंपनियों से बुलवाई गई है। इसमें कुछ संदिग्ध नंबरों की भी पहचान हुई है, जो पुलिस महकमे से जुड़े हुए हैं।

सूत्रों की माने तो इसी डिटेल के आधार पर गुरुवार को टीआई सीबी सिंह और निसरपुर चौकी प्रभारी जीवन नीनामा को लाइन अटैच करने के बाद निलंबित कर दिया गया है।

सूत्रों की माने तो इनके नंबरों पर भी कुछ संदिग्ध नंबरों से घटना वाले वक्त बातचीत होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि अभी इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

एसडीएम की कार्रवाई भी संदेह में –

अवैध शराब को लेकर कुछ महीने पूर्व भी एसडीएम ने कार्रवाई की थी। पहले भी कार्रवाई के लिए गए एसडीएम द्वारा अवैध शराब की गाड़ी रुकवाई गई थी। उसी को लेकर आरोपियों ने एसडीएम व नायब तहसीलदार पर हमला कर दिया था।

वहीं, एक ओर जहां अवैध शराब का मामला तूल पकड़ता जा रहा है तो दूसरी ओर चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो रहा है। ऐसी बातें भी चल रही हैं कि रात के समय एसडीएम साहब को कार्रवाई करने जाने से पहले पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों व आबकारी के जिम्मेदार अफसरों को इसकी जानकारी देकर कार्रवाई करनी चाहिए थी।


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