अवैध शराब कांडः SIT ने किया 4 आरोपियों को गिरफ्तार, मुख्य आरोपी सुखराम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर


पुलिस ने अलीराजपुर से तीन आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है। इन तीनों आरोपियों की हमले में भूमिका पाई गई है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
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धार। जिले के कुक्षी थाना क्षेत्र में 13 सितंबर को ग्राम हल्दी में हुए एसडीएम और नायब तहसीलदार पर हमले के मामले में धार पुलिस कप्तान द्वारा गठित एसआईटी को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

एसआईटी ने अधिकारियों पर हमले के 10 आरोपियों को चिह्नित किया था। इसके बाद रात में पुलिस ने अलीराजपुर से तीन आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है। इन तीनों आरोपियों की हमले में भूमिका पाई गई है।

पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी हमले के वक्त पांच मुख्य आरोपियों में शामिल दिग्विजय उर्फ मोटला निवासी बड़ी अंबुआ आलीराजपुर के साथ थे।

गौरतलब है कि एसडीएम नवजीवन विजय पवार और नायब तहसीलदार राजेश भिड़े के साथ शराब माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने पांच मुख्य आरोपी के खिलाफ 11 धाराओं में केस दर्ज किया था।

शराब माफिया सुखराम पिता वेस्ता कनेश ग्राम खरखड़ी निवासी अलीराजपुर मुख्य आरोपी है जो फरार है। इसके अलावा महेश निवासी मोरडुंडिया राणापुर, मोटला उर्फ दिग्विजय पिता मोहन निवासी बड़ी आंबुआ, किड़ीया निवासी मोरडुंडिया राणापुर, मुकाम पिता भदु पचाया निवासी ग्राम बंद आंबुआ पर धारा-294, 332, 353, 365, 307, 395, 397, 427, 149 व 506 भादवि सहित 34(2) आबकारी एक्ट में केस दर्ज किया है।

एसआईटी को मिली बड़ी सफलता –

पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी दिग्विजय के साथ वाहन में सवार होकर आए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि आरोपियों को गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि आरोपी अलग-अलग स्थानों पर छिपे हुए थे।

पुलिस की 5 टीमों में शामिल करीब 150 पुलिस जवानों ने अलीराजपुर क्षेत्र में करीब 80 किलोमीटर क्षेत्र में सर्चिंग की जिसके बाद कदम, राकेश व मोहन सिंह को गिरफ्तार करके कल रात में करीब 2 बजे थाने पर लेकर आई।

शुक्रवार सुबह थाने पर प्रकरण को लेकर कार्रवाई की गई। जल्द ही आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा जहां से रिमांड लेकर पुलिस प्रकरण के संबंध में पूछताछ करेगी।

दो दिन पहले कुक्षी के ढोल्या घाटी से अवैध शराब का परिवहन के माध्यम से होने की सूचना 13 सितंबर सुबह एसडीएम को मिली थी जिसके बाद नायब तहसीलदार कृणाल अवासिया को साथ में लेकर एसडीएम ने उस वाहन का पीछा किया और हल्दी गांव में ढाबे के सामने ट्रक क्रमांक एमपी09एच0112 को रोका।

अधिकारी वाहन चालक से ट्रक को लेकर चर्चा कर रहे थे तभी पीछे से शराब तस्कर सुखराम पिता वेस्ता अपने साथियों को लेकर पहुंचा व अधिकारियों के साथ मारपीट करते हुए जानलेवा हमला किया। इस दौरान नायब तहसीलदार को बंधक बनाकर भी आरोपी लेकर गए थे।

अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन हरकत में आया व इंदौर से भी अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे। इस मामले में अभी चार आरोपी फरार हैं जिन पर 10-10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है।

इस प्रकरण में पहले पुलिस ने महेश, दिग्विजय, मुकाम, किडिया व सुखराम को आरोपी बनाया था जिसमें से एक आरोपी गिरफ्तार किया गया। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण एसपी ने एसआईटी गठित की जिसकी जांच के दौरान करीब 10 ओर आरोपियों को चिन्हित किया गया जिसमें से तीन आरोपियों को पकड़ा गया है।

सात घंटे चली सर्चिंग –

गुरुवार देर शाम के समय टीम के अध्यक्ष एडिशनल एसपी धार से पुलिस बल को लेकर अलीराजपुर की ओर रवाना हुए। टीम में कुक्षी, बाग, डही सहित अन्य थानों का पुलिस बल शामिल रहा जिसके बाद अलीराजपुर पुलिस टीम के सहयोग से ग्राम बडी, आंबुआ, मोरडुडिया सहित 15 से अधिक गांवों में करीब 7 घंटे तक दबिश दी गई।

इस दौरान धार साइबर क्राइम ब्रांच की टीम भी विशेष रुप से शामिल रही। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि एसडीएम जब ट्रक का पीछा कर रहे थे तब सबसे पहले मुख्य आरोपी शराब तस्कर सुखराम को इसकी जानकारी मिली थी जिसके बाद सुखराम ने दिग्विजय को वाहन रोकने की जानकारी दी।

ऐसे में फरार आरोपी दिग्विजय अपने सहयोगी साथियों को एक टवेरा वाहन से लेकर मौके पर पहुंचा था। हालांकि वाहन अभी जब्त होना बाकी है।

तीन आरोपियों को पकड़ा –

SIT टीम द्वारा तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वहीं टीम लगातार फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग अलग स्थानों पर जा रही है वही बचे हुए आरोपियों गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है – देवेंद्र पाटीदार, एडिशनल एसपी, धार



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