बाग (धार)। मध्यप्रदेश के धार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के सामूहिक आय़ोजन या शादी-विवाह के आयोजन की अनुमति निरस्त कर दी है। इसके बाद भी स्थानीय लोग इसकी कोई परवाह नहीं कर रहे हैं और शादी विवाह जैसे आयोजन कर रहे हैं।
काबरवा गंधवानी से जगदीश चौहान बारात लेकर बाग के पिपरी जा रहा था। रास्ते में व्यवस्थाओं को देखने निकले प्रशासनिक अमले को बरात जाती दिखी तो उन्होंने उसे रूकवाया और पूछताछ की।
बाग में तहसीलदार सुनील डावर, जनपद सीईओ योगेंद्र सिह व थाना प्रभारी एमपी वर्मा ने टीम के साथ जब बारात से जानकारी ली और बरातियों सहित दूल्हे का कोविड टेस्ट करवाया तो इसमे दो बरातियों सहित दूल्हा संक्रमित पाया गया।
दूल्हे का कोरोना टेस्ट जब पॉजिटिव आया तो प्रशासनिक अधिकारियों की सजगता व तत्परता से दूल्हे व एक अन्य बाराती को तत्काल अस्थायी जेल भेजा गया।
प्रशासन द्वारा शादी-विवाह पर रोके के बावजूद आदिवासी अंचल में विवाह समारोह नहीं रुक रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह आदिवासी अंचल की परंपरा भी बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, वधू मूल्य चुका दिए जाने के कारण वर पक्ष के लोग किसी भी स्थिति में विवाह रोकने के पक्ष में नहीं रहते हैं, परिणामस्वरूप जिले में आदिवासी अंचल में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।