धार। त्योहारी सीजन के दौरान की जा रही खाद्य एवं औषधि विभाग की कार्रवाई का असर जिले में अब दिखने लगा हैं। पिछले दो सप्ताह से लगातार चलित प्रयोगशाला के साथ ही विभाग के अधिकारियों ने दुकानों पर पहुंचकर सीधे कार्रवाई को अंजाम दिया है।
सैंपल लेने के साथ रिपोर्ट आने के बाद विभाग की असल कार्रवाई शुरू होती हैं, जिसमें कोर्ट के समक्ष शासन की ओर से पक्ष रखते हुए मिलावटखोरों का सजा दिलवाने के साथ ही अर्थदंड भी करवाना विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि में गिना जाता है।
गत दिनों की गई कार्रवाई के बाद कोर्ट ने सजा सुनाते हुए लाखों रुपये जुर्माना मालिकों पर लगाया हैं। जिले में अब तक धार, बदनावर, कुक्षी, मनावर व धरमपुरी सहित सादलपुर में कार्रवाई की जा चुकी है।
200 से अधिक लिए सैंपल –
कलेक्टर पंकज जैन के मार्गदर्शन में विभाग ने पूरे जिले में कार्रवाई के लिए एक माह का विशेष अभियान के तहत रुपरेखा तैयार की हैं, जिसमें पहले ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर एक सप्ताह तक चलित प्रयोगशाला के तहत सैंपल लिए गए।
शुरुआती सैंपल फेल होने पर प्रयोगशाला भेजने के लिए नमूने लिए गए। इसके बाद अब दुकानों पर विभाग की टीम द्वारा पहुंचकर कार्रवाई की जा रही है। जिला खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी सचिन लोंगसरे ने बताया कि अधिकारियों की मंशा के अनुरुप हर दिन जिले में कार्रवाई की जा रही है।
अब तक 200 से अधिक सैंपल लिए गए हैं जिनमें से कई सैंपलों की रिपोर्ट भी विभाग को प्राप्त हुई हैं। इसमें से कुछ सैंपल फेल होने पर संबंधित दुकान से लेकर सामग्री बनाने वाली फर्म के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
वर्तमान में एडीएम न्यायालय में 33 से प्रकरणों पर सुनवाई चल रही है। साथ ही जिन सामग्रियों में लाइसेंस नंबर से लेकर बनाने वाली फर्म के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं थी। इसके प्रकरण सीजीएम कोर्ट में विचाराधीन हैं।
इन सभी प्रकरणों में विभाग की ओर से मजबूती से पक्ष रखा जा रहा है तथा सैंपल रिपोर्ट से लेकर बयान दर्ज करवाने व पंचनामे दस्तावेज भी पेश किए गए हैं।
27 लाइसेंस हुए निलंबित –
खाद्य एवं औषधि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभियान के तहत की गई कार्रवाई में कुल 51 लाख रुपये जुर्माना एडीएम न्यायालय के द्वारा लगाया गया है, जिसमें से 4 लाख रुपये की वसूली विभाग की ओर से की जा चुकी है।
एडीएम न्यायालय की सुनवाई के प्रकरणों में दूसरे पक्ष की ओर से डीजे कोर्ट में भी पुन पक्ष रखा जा रहा है, जहां पर सुनवाई जारी है। साथ ही सैंपल निरस्त होने पर 27 दुकानों व फर्मों के रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस निलंबित भी किए जा चुके हैं।
इन फर्मों को एडीएम द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जब तक जुर्माने की राशि जमा नहीं की जाएगी, तब तक फर्म के लाइसेंस निलंबित ही रहेंगे। वर्तमान में लिए गए 11 सैंपल की रिपोर्ट आना शेष है।
दही का लिया सैंपल –
विभाग के एफएसओ राम माऊट ने बताया कि ग्राम डही में गुरुकृपा दूध डेयरी पुराना बस स्टैंड से पनीर व दही, मायाश्री होटल से बेसन का, केलश्री नमकीन से मैदे का, हकीमी किराना से गुलाब जामुन के पावडर का सैंपल लिया गया है।
सोमवार को कुल पांच सैंपल लिए गए हैं। इसके एक दिन पूर्व सादलपुर, लेबड व केसूर में भी घी, नमकीन, मिठाई, दूध, सेव के सैंपल लिए जा चुके हैं।
कार्रवाई के लिए चलाया गया है विशेष अभियान –
त्योहार नजदीक होने के कारण कार्रवाई को लेकर एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत ही कार्रवाई करते हुए सैंपल लिए गए हैं। 200 से अधिक सैंपल अभी तक लिए जा चुके हैं, सैंपल फेल होने पर न्यायालयों में भी प्रकरण लगाकर मजबूती से विभाग की ओर से पक्ष रखा गया है जिसके चलते ही 27 लाइसेंस भी निलंबित हुए हैं। कार्रवाई सतत जारी है तथा मिलावटखोरों को बख्शा नहीं जाएगा। – सचिन लोंगसरे, जिला अधिकारी, धार