धार जिले के नौगांव में स्थित चावड़ा रेस्टोरेंट पर खाद्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए। इस कार्रवाई की शुरुआत मनोज चौहान नामक व्यक्ति की शिकायत के बाद हुई, जिसने चावड़ा रेस्टोरेंट से खरीदी गई मिठाई खाने के बाद अपने बच्चे की तबीयत बिगड़ने की सूचना दी थी।
घटना का विवरण
नौगांव निवासी मनोज चौहान ने चावड़ा रेस्टोरेंट से मलाई बर्फी और अन्य दो मिठाइयां खरीदी थीं। उन्होंने घर पहुंचकर बच्चों को मिठाई खिलाई, जिसके बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों को उल्टियाँ होने पर मनोज उन्हें तुरंत एक निजी क्लीनिक लेकर गए। घर लौटने के बाद जब मनोज ने मिठाई को खोलकर देखा, तो उसमें बदबू आ रही थी और फफूंद जैसी स्थिति दिखाई दी। इसके बाद मनोज ने तुरंत ही धार के अभिहित अधिकारी (फ़ूड सेफ़्टी ऑफ़िसर) सचिन लोगरिया को इसकी सूचना दी।
खाद्य विभाग की कार्रवाई
सूचना मिलने पर खाद्य विभाग की टीम, जिसमें अभिहित अधिकारी सचिन लोगरिया और खाद्य सुरक्षा अधिकारी निर्मला सोमकुँवर शामिल थे, तुरंत चावड़ा रेस्टोरेंट पहुंची। वहां उन्होंने शिकायत में बताई गई मिठाइयों की जांच की और तीन पदार्थों के सैंपल लिए, जिसमें मलाई बर्फी, खोपरा मिठाई और नमकीन शामिल थे। इन सैंपल्स को पंचनामा बनाकर राज्य खाद्य प्रयोगशाला, भोपाल भेजा गया है।
अनियमितताओं का खुलासा
जांच के दौरान टीम को पता चला कि रेस्टोरेंट में सेव को बिना निर्माण तिथि और वैधता अवधि लिखे पैक किया जा रहा था। पैकेट पर केवल खुदरा मूल्य अंकित था, जो खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है। अधिकारियों ने इस पर भी कड़ी नाराजगी जताई और दुकान संचालक लखन चावड़ा से मामले में पंचनामा बनवाया गया।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
धार जिले में खाद्य विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद कई दुकानदार नियमों को ताक पर रखकर अमानत वस्तुओं का विक्रय कर रहे हैं। चावड़ा रेस्टोरेंट में भी आग बुझाने के लिए अग्नि यंत्र नहीं पाया गया और घरेलू गैस टंकियों का उपयोग किया जा रहा था, जो किसी भी आपात स्थिति में खतरनाक साबित हो सकता है।
आगे की कार्रवाई
चावड़ा रेस्टोरेंट से लिए गए सैंपल्स की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभिहित अधिकारी सचिन लोगरिया ने कहा कि खाद्य सुरक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।