FOLLOW-UP: अवैध शराब माफिया पर राजगढ़ पुलिस के इनपुट के बाद भी दबिश नहीं!


उठ रहे सवाल – इनपुट के बाद भी दबिश नहीं होना कहीं जांच अधिकारी के मौन संरक्षण का संकेत तो नहीं। गुजरात समेत नौ थाना क्षेत्रों में दर्ज है अपराध, अवैध शराब के हैं पांच केस।


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धार Published On :
dhar liquor mafia absconding

धार। जिले में अवैध शराब का कारोबार सबसे ज्‍यादा कमाई वाला धंधा है। यही कारण है कि बड़े-बड़े नाम इस धंधे में शामिल हैं। ऐसा ही नाम राजगढ़ के अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल का भी है। सिद्धार्थ जायसवाल अवैध शराब के एक मामले में इन दिनों सागौर पुलिस से बचता फिर रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह की धार में कप्‍तानी संभालने के बाद अवैध शराब के कारोबार की कमर टूटी है, लेकिन इस अवैध शराब माफिया पर सागौर पुलिस का कथित तौर पर वरदहस्‍त होने के कारण अब तक यह फरारी में अपना कारोबार आसानी से बढ़ा रहा है।

स्थानीय पुलिस यानी राजगढ़ पुलिस के इनपुट के बाद भी जांच के नाम पर सिर्फ इतिश्री ही देखने को मिल रही है। साथ ही सिद्धार्थ जायसवाल के नाम पर सागौर पुलिस मौन साधे हुए है।

अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल पर सागौर पुलिस ने जुलाई 2022 में शराब तस्‍करी का केस दर्ज किया था। इस केस को एक साल होने आया है, लेकिन अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ अब तक इस मामले में फरार है।

सूत्र बताते हैं कि मीडिया में खबरें आने के पहले तक अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल राजगढ़ में था, लेकिन खबरों के बाद वह फिर भूमिगत हो गया। इस अवैध शराब केस को एक साल होने आया है, लेकिन इसके बाद भी अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल अब तक फरार चल रहा है।

अवैध शराब के आधा दर्जन केस –

अवैध शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल पर अवैध शराब तस्‍करी और परिवहन का सागौर मामला नया नहीं है। इसके पहले भी माफिया सिद्धार्थ पर अवैध शराब के केस दर्ज हो चुके हैं। अवैध शराब को लेकर माफिया पर अमझेरा, सरदारपुर, सागौर व पारा-झाबुआ व कालीदेवी-झाबुआ में केस दर्ज हैं।

इसके अलावा शासकीय कार्य में बाधा को लेकर नौगांव-धार सहित सरदारपुर में मारपीट सहित अन्‍य धाराओं में केस दर्ज हुए हैं। वहीं एक केस गुजरात के दाहोद में भी दर्ज है।

इनपुट के बाद भी संरक्षण –

सूत्रों के अनुसार शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल का राजगढ़ आना-जाना लगा रहता है। राजगढ़ पुलिस ने इसको लेकर कई बार इनपुट सागौर पुलिस के साथ साझा किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जब भी फरारी के दौरान शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल की मौजूदगी राजगढ़ में देखने को मिली है, इस पर सागौर और दिग्‍ठान चौकी को जानकारी दी गई है, लेकिन सागौर पुलिस के संरक्षण के चलते अब तक शराब माफिया सिद्धार्थ फरारी काटने में सफल रहा है।

इतना ही नहीं फरारी के दौरान अवैध शराब को बढ़ावा दे रहा है और ठेके संचालित कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि मीडिया में खबरें आने के बाद बुधवार रात दिग्‍ठान से कुछ पुलिसकर्मी राजगढ़ में सक्रिय जरूर देखे गए, लेकिन सिद्धार्थ हाथ नहीं लगा और फिर वह भूमिगत होने में सफल हो गया। हालांकि सागौर पुलिस की तरफ से इस सक्रियता से इंकार किया गया है।

सागौर थाना प्रभारी राजेंद्र भदौरिया ने शराब माफिया सिद्धार्थ जायसवाल की गिरफ्तारी को लेकर राजगढ़ में पुलिस की दबिश से इंकार किया है। वहीं जांच अधिकारी आरएस जादौन इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।


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