मध्य प्रदेश के अलीराजपुर के एक घर में पति-पत्नी और तीन बच्चों के शव फंदे से लटकते पाए गए हैं। यह हत्या या फिर आत्महत्या यह अभी साफ नहीं हो सका है। पुलिस ने सभी पांचों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। घटना की सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी सहित एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि ठीक 6 साल पहले दिल्ली के बुराड़ी में हुए मास सुसाइड हुआ था। उस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रखा दिया था।
जानकारी के अनुसार, अलीराजपुर जिले के सोंडवा थाना क्षेत्र के राऊड़ी गांव के एक घर के अंदर सोमवार को पति-पत्नी और तीन बच्चों के शव फांसी के फंदे पर लटके मिले हैं। मृतकों की पहचान राकेश उसकी ललिता, बेटी लक्ष्मी, बेटा प्रकाश और अक्षय के रूप में हुई है। मृतकों के रिश्तेदारों ने इनकी हत्या की आशंका जताई है।
पुलिस हर एंगल से इस घटना की जांच कर रही है। वारदात की सूचना पाकर एसपी राजेश व्यास भी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस परिजन के बयान ले रही है। ग्रामीणों का कहना है कि परिवार के मुखिया या किसी सदस्य ने कभी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। राकेश के काका सुबह घर पहुंचे तो इस घटना की जानकारी लगी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
“खुदकुशी जैसा कदम नहीं उठा सकता परिवार”
आसपास के लोगों ने बताया कि राकेश पेशे से किसान था। परिवार के मुखिया या किसी सदस्य ने कभी भी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। फिलहाल पुलिस हत्या और आत्महत्या के एंगल पर जांच कर रही है। आसपास के रहने वाले लोगों के भी बयान लिए जा रहे हैं। वहीं, स्थानीय भाजपा नेता ने हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में भाजपा मंडल अध्यक्ष जयपाल सिंह का कहना है कि यह परिवार खुदकुशी जैसा कदम नहीं उठा सकता है, यह हत्या है। पुलिस को इसकी जल्द जांच करना चाहिए।
एसपी बोले- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार:
एसपी राजेश व्यास ने बताया कि सुबह 7 बजे मामले की सूचना मिली थी। राकेश का घर उसके खेत के पास ही बना है। प्रकरण गंभीर है इसलिए एफएसएल की टीम बुलाई है। साइबर टीम को भी लगाया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि किन परिस्थितियों में मौत हुई है। कलेक्टर डॉ. अरविंद अभय बेडेकर ने कहा कि किन परिस्थितियों में मौत हुई, यह बताना अभी जल्दबाजी होगी। पुलिस टीम गंभीरता से जांच कर रही है।
ये था बुराड़ी कांड
देश की राजधानी दिल्ली के बुराड़ी सामूहिक आत्महत्या कांड को हुए आज 6 साल बीत गए हैं। बुराड़ी के संत नगर के एक घर में 1 जुलाई 2018 को परिवार के 11 लोगों द्वारा एक साथ सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया था। यह घटना देशभर में लंबे समय तक सुर्खियों में बनी रही थी। मकान के अंदर का मंजर देखकर लोगों का दिल दहल गया था। शुरूआत में यह मामला हत्या का लग रहा था, लेकिन मकान के दरवाजे पर लगे सीसीटीवी कैमरे और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि पूरे परिवार ने सामूहिक आत्महत्या की है।
डेढ़ माह पूर्व पिता पर हुआ था हमला:
ग्रामीणों के मुताबिक, राकेश खेती से जुड़ा और अन्य कार्य करता था, कोई विवाद नहीं था। हालांकि डेढ़ माह पूर्व राकेश के पिता जागरसिंह पर घर के बाहर सोते समय रात को अज्ञात व्यक्ति ने हमला किया था। वे गंभीर घायल हुए थे। पुलिस पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। सभी मृतकों के शव परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। एएसपी प्रदीप पटेल ने बताया, पीएम के बाद शव परिजन को सौंपकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।