जिले के धामनोद थाना क्षेत्र में पिता-पुत्र की आत्महत्या ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पिछले 15 दिनों से लापता पिता और पुत्र के शव नदी के किनारे मिले। मामले की जांच में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें आत्महत्या की असली वजह सामने आई है। सुसाइड नोट में बताया गया कि तंत्र क्रिया और चोरी के झूठे आरोपों ने उनके जीवन को बर्बाद कर दिया।
जानकारी के अनुसार, युवती ने शशांक को अपने वश में करने के लिए तांत्रिक क्रिया कराई थी। इसके बदले में उसने लाखों रुपये के गहने तांत्रिक को दिए। जब गहने गायब हो गए, तो शशांक और उसके पिता पर चोरी का आरोप लगाया गया। पुलिस ने शशांक और उसके पिता को थाने में बिठाकर पूछताछ की और उन पर दबाव बनाया, जिससे वे आत्महत्या करने को मजबूर हो गए।
एसआई एसएन ठाकुर की लापरवाही के चलते धार एसपी मनोज कुमार सिंह ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच शुरू की है। सुसाइड नोट में पुलिस पर 5 लाख रुपये की मांग और शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। नोट में दर्शना पाटीदार और उसके परिवार के अन्य लोगों को भी जिम्मेदार ठहराया गया है।
पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन अभी फरार हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
मामले की गहराई से जांच के बाद सामने आया है कि चोरी की कहानी को छुपाने के लिए शशांक और उसके पिता पर आरोप लगाया गया था। चाची ने गलती छुपाने के लिए यह झूठा आरोप लगाया था। अभिषेक जोशी, शशांक के भाई, ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी पैसे की मांग की थी और उन्हें जेल का डर दिखाया था।
इस घटना ने परिवार की जिंदगी को बर्बाद कर दिया और स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। अब पुलिस और प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।