शहर की कृषि उपज मंडी में सुबह 10 बजे तौल में अंतर आने के बाद व्यापारियों ने नीलामी बंद कर दी। नीलामी बंद होने के कारण नाराज किसानों ने हंगामा कर दिया। किसान मंडी में कामकाज दोबारा शुरू करने की मांग कर रहे थे। नाराज किसानों ने मुख्य गेट बंद कर दिया, गेट पर बैरिकेड लगाकर बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हो गए थे. साथ ही मंडी दोबारा शुरू करने की मांग करते रहे थे, दरअसल मंडी में मंगलवार सुबह व्यापारी ने एक किस से गेहूं खरीदा था।
तौल करवाने के बाद किसान को व्यापारी के फड़ पर गेहूं खाली करना था लेकिन किसान ट्राली लेकर नीलामी वाले फड़ पर पहुंचा और कुछ बोरी उतार दीं। इसके बाद वह व्यापारी के पास जा रहा था, इस बीच हम्माल ने यह पूरा घटनाक्रम देख लिया और जानकारी व्यापारी को दे दी। इसके बाद जब दोबारा तौल हुआ तो 50 किलो का अंतर आया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
तुलाई के बाद अंतर आने के कारण व्यापारियों ने एक मत होकर नीलामी को बंद करवा दिया। इससे किसान परेशान होने लगे, परेशान किसानों ने मंडी में हंगामा कर दिया और व्यापारियों का जो माल बाहर जाना था, उसे रोकने के लिए गेट पर बैरिकेड लगा दिए। काफी देर हंगामा चलता रहा, इसके बाद प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर तहसीलदार आशीष राठौर मौके पर पहुंचे और व्यापारी किसान और मंडी प्रशासन के साथ संयुक्त बैठक कर मामले का निराकरण किया गया। इसके बाद मंडी में काम शुरू हो पाया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान करीब ढाई घंटे मंडी बंद रही।
गेट बंद किया, आना जाना रोका: मण्डी में फसल तुलाई में अंतर आने के बाद व्यापारियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर नीलामी कार्य रोक दिया। एक युवक की गलती के कारण अन्य किसान परेशान होने लगे तो किसानों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। मंडी के मुख्य गेट को बंद करते हुए बाहर रोड पर खड़े हो गए। मंडी में आने जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया व आवाजाही बंद कर दी गई। मंडी ने सूचना पुलिस व प्रशासन को दी, जिस युवक की उपज में अंतर आया था, उसे मंडी में पुलिस के हवाले कर दिया। तहसीलदार मंडी पहुंचे व व्यापारियों सहित किसानों से चर्चा की। लंबी बातचीत के बाद फिर नीलामी कार्य शुरू हो गया था।
किसानों को समझाइश के बाद फिर मण्डी की नीलामी चालू करवाई गई। अब व्यापारी व मंडी प्रशासन जल्द ही इसको लेकर एक बैठक लेगा। आचार संहिता के बाद इसको लेकर अलग से नई व्यवस्था भी की जाएगी। एक युवक ने वाहन से बोरी उतारकर दूसरी जगह रख ली थी, इसके बाद व्यापारियों की और से एक आवेदन दिया गया हैं, जिसे पुलिस की और भेजा गया है। केके नरगावे, मंडी सचिव, धार