धार। जिले में आबकारी विभाग द्वारा संचालित शराब दुकानों की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नए वित्तीय सत्र के लिए यह प्रक्रिया होना है। वर्तमान में जिन समूहों के पास शराब दुकानें है, उन दुकानों के रिन्युअल की प्रक्रिया चल रही है जो 3 मार्च तक चलेगी।
इसके बाद लॉटरी से दुकान आवंटन होना है। लॉटरी प्रक्रिया 10 मार्च को होना है। वर्तमान में धार जिले में चार कंपनियों के पास शराब दुकानें हैं। 3 मार्च तक रिन्युअल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि लॉटरी के लिए कितनी दुकानें जा सकती हैं।
यदि लॉटरी में जाने वाली दुकानों की संख्या ज्यादा रहती है तो जिले में इस बार शराब ठेकेदारों की संख्या भी बढ़ेगी। आबकारी विभाग द्वारा हर वित्तीय वर्ष में शराब दुकानों के टेंडर किए जाते हैं।
आबकारी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, धार जिले में कुल 10 समूहों की 88 शराब दुकानें हैं। इनमें विदेशी शराब की दुकानों की संख्या 25 है जबकि देशी शराब दुकानों की संख्या 63 हैं।
इन दुकानों से आबकारी विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 377 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है। वहीं गत वर्ष आबकारी को शराब दुकानों से 358 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई थी।
रिन्युअल पर आबकारी का फोकस –
शराब दुकानों के टेंडर में पहली प्राथमिकता आबकारी विभाग की रिन्युअल पर है। इससे आबकारी विभाग को 113 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। साथ ही आवेदन से भी विभाग को 26 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।
जबकि लॉटरी में दुकानें जाती हैं तो इससे विभाग को सिर्फ एक्साइज डयूटी के रूप में मिलने वाली आय ही मिलेगी जबकि अतिरिक्त आय विभाग को नहीं मिल पाएगी।
हैरिटेज वाइन को लेकर प्लान का इंतजार –
मालवा-निमाड़ में आने वाले आदिवासी बाहुल्य जिलों में प्रदेश सरकार ने कच्ची शराब में बनने वाले केसों के कारण परेशान होने वाले आदिवासियों को आय का नया साधन उपलब्ध करवाने के लिए हैरिटेज वाइन योजना पर काम शुरू किया था।
इसको लेकर प्रदेश स्तर से धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी जैसे जिलों में सर्वे भी करवाया। इसमें कच्ची शराब के उत्पादन को लेकर जानकारी जुटाई गई थी, लेकिन सर्वे के बाद कोई खास काम नहीं हो पाया।
वर्तमान में नए वित्तीय सत्र से आलीराजपुर जिले में हैरिटेज वाइन को बाजार में लाने की तैयारी है, लेकिन धार जिले में इस प्लान को लेकर फिलहाल कोई निर्देश नहीं होने के कारण मामला ठंडे बस्ते में है।
नए सत्र से बंद होंगे अहाते –
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शराब नीति के तहत अहातों को बंद करने के निर्देश के बाद नए सत्र से अहातों को भी बंद करने को लेकर प्रक्रिया होना है।
अप्रैल से धार सहित जिले में अहातों को बंद किया जा सकता है। इनमें वे अहाते भी शामिल है, जो शराब दुकानों के साथ संचालित हो रहे हैं। हालांकि जिले में कितने अहाते बंद होना है, उसको लेकर अभी कोई संख्या सामने नहीं आई है।
शराब अहाते बंद होने से नुकसान –
प्रदेश में नई शराब नीति के तहत अहातों को बंद करने के निर्देश के बाद ज़िले के कई दुकानों पर नुकसान होगा। दुकान से शराब लेने के बाद व्यक्ति वहीं बैठकर शराब पीता है, लेकिन आने वाले दिनों में अहातों के बंद होने से एक परेशानी खड़ी हो जायेगी। अप्रैल से धार जिले में 60 से अधिक अहाते बंद होना हैं।