धार। जिले में लगातार चल रहे अवैध शराब के कारोबारियों को आबबारी विभाग और पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी के चलते शुक्रवार रात को आबकारी विभाग ने मुखबिर की सूचना पर अवैध शराब की पिकअप का 10 किलोमीटर पीछा कर गाड़ी को पकड़ा।
लंबे अरसे बाद शुक्रवार को एक बार फिर अवैध शराब की पिकअप को पुलिस ने पकड़ी है। जो पिकअप वाहन पकड़ा है इसका नंबर एमपी11जी6336 है जो मुकेश कोली पिता हीरा कोली धार के नाम से रजिस्टर्ड है।
इसको लेकर आबकारी विभाग की जांच में आरोपियों ने बताया कि हमें गाड़ी मुकेश कोली ने भरकर दी थी। माल किसका था, कहां जा रहा था, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
30 पेटी से अधिक माल –
रात्रि 10 बजे के दरमियान आबकारी पुलिस ने पिकअप के साथ दो आरोपियों को पकड़ा। गाड़ी में 30 से अधिक पेटी के साथ 1 लाख से अधिक रुपये की अवैध शराब को जब्त कर लिया।
दो आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के नाम रतन व सतीश बताए जा रहे हैं। पुलिस इनको गिरफ्तार कर जांच में जुटी है कि कहां से कहां माल ले जाया जा रहा था व माल किसका है। आबकारी विभाग अब शराब के बैच नंबर से शराब का पता लगाएगी कि शराब किसकी है इसको लेकर भी सख्ती से जांच कर रही है।
अवैध शराब को लेकर विभाग सख्त –
अवैध शराब परिवहन को लेकर लगातार आबकरी विभाग कार्रवाई कर रहा है। अवैध शराब को लेकर पहले से ही सख्त है और कार्रवाई हो रही है। इसी दरमियान मुखबिर की सूचना मिलने पर धार टीम द्वारा तिरला रोड पर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग के दौरान पिकअप वाहन एक्साइज पुलिस को देखकर वाहन भगाने लगा जिसमें 30 से अधिक पेटियां शराब की रखी हुईं थीं जिसे आबकारी विभाग ने जब्त कर कर लिया।
10 किलोमीटर किया पीछा –
अवैध शराब वाहन चालक द्वारा पुलिस को देखकर वाहन भगाया गया तो आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने वाहन का 10 किलोमीटर से अधिक पीछा करने के बाद वाहन को पकड़ा।
शराब को लेकर अब विभाग वेयरहाउस को लेटर लिखकर जानकारी प्राप्त करेगा कि माल किसे बेचा था और किस दुकान के लिए आवंटित हुआ था। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि यह गाड़ी में माल किस दुकान से कहां जा रहा था।
इनका रहा योगदान –
शराब पकड़ने के लिए मुखबिर से सूचना मिलने पर टीम बनाई गई थी। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देशन सहित सहायक आबकारी आयुक्त विक्रमदीप सांगर के मार्गदर्शन में दबिश के लिए गई टीम में आरके शुक्ला, जितेंद राठौड़, राजेन्द्र पवार, आशीष यादव, ईश्वर लाल धिगन आदि कर्मचारियों का योगदान रहा।