अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने गई आबकारी विभाग की टीम को गांव में रोका, दो वाहनों के कांच फूटे


ग्रामीणों ने जब आबकारी टीम को गांव में रोका तो कुछ अज्ञात लोगों ने वाहनों पर पत्थर भी फेंके। घटना के दौरान दो चारपहिया वाहनों के कांच भी टूटे हैं। अब पूरे मामले की जांच में राजोद पुलिस टीम जुट गई है।


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धार Published On :
vehicles glasses broken

धार/सरदारपुर। राजोद क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम को कार्रवाई करने से रोकने का प्रयास किया गया। हालांकि क्षेत्र के संबंधित सहायक जिला आबकारी अधिकारी ने तुरंत इस बात की सूचना तहसीलदार सहित सहायक आबकारी आयुक्त को दी जिसके बाद तुरंत स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची व आबकारी की टीम को लेकर थाने पर आ गई।

इधर ग्रामीणों ने जब आबकारी टीम को गांव में रोका तो कुछ अज्ञात लोगों ने वाहनों पर पत्थर भी फेंके। घटना के दौरान दो चारपहिया वाहनों के कांच भी टूटे हैं। अब पूरे मामले की जांच में राजोद पुलिस टीम जुट गई है।

इन दिनों प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिले में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसके तहत आबकारी विभाग की टीम द्वारा अवैध शराब निर्माण सहित परिवहन को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है।

विभाग की टीम को राजोद के समीप ग्राम रामखेडा में महुआ लहान निर्माण की सूचना मिली थी जिसके बाद सहायक जिला आबकारी अधिकारी शंभु दयाल जाटव अपनी टीम को लेकर गांव पहुंचे।

यहां पर गांव में से गुजर रहे नाले के पास महुआ लहान से शराब निर्माण करने का काम चल रहा था, ऐसे में विभाग की टीम ने दबिश देकर कार्रवाई शुरू की।

आबकारी की टीम ने करीब 1500 किलो महुआ लहान जब्त करते हुए सैंपल लेकर मौके पर नष्ट करने की कार्रवाई की। साथ ही आबकारी एक्ट के तहत पंचनामा तैयार कर टीम ने महुआ लहान निर्माण में उपयोग आने वाले बर्तनों को जब्त किया।

अचानक एकत्रित हुए लोग –

सहायक जिला आबकारी अधिकारी जाटव के मुताबिक, टीम जब ग्राम रामखेड़ा में कार्रवाई कर रही थी, इसी दौरान गांव के मान सिंह गिरवाल, झमक गिरवाल, बंटी सहित राहुल गिरवाल आए व स्टाफ से अभद्र व्यवहार करने लगे।

इस दौरान आरोपियों ने आबकारी विभाग की टीम द्वारा शासकीय कार्य करने में बाधा उत्पन्न करते हुए विवाद किया जाने लगा। हंगामे के दौरान आरोपियों ने अवैध शराब का प्रकरण बनाने की बात को लेकर आबकारी टीम पर पत्थर भी फेंके।

इसकी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए पत्थर गाड़ी के पीछे से फेंके, जिसमें दो वाहनों के कांच फूट गए। हंगामे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आबकारी विभाग की पूरी टीम को हंगामे के बीच से लेकर थाने पर आ गई।

देर शाम इस मामले में आबकारी विभाग के अधिकारी थाने पर मौजूद रहे। इस प्रकरण में आबकारी विभाग द्वारा शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाया गया है।

एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि राजोद के समीप गांव में कार्रवाई के बाद लौटते समय आबकारी विभाग की टीम को रोक लिया गया था, लेकिन स्थानीय पुलिस टीम पहुंची व आबकारी अमले को लेकर थाने पर आए। आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

कुक्षी में भी हो चुकी है ऐसी ही घटना –

अवैध शराब निर्माण व परिवहन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने पर विवाद करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। बीते दिनों धार के कुक्षी में ही एसडीएम व आईएएस नवजीवन सिंह पवार द्वारा भी एक ट्रक को रोका गया था।

इस दौरान अवैध शराब ले जाने वाले लोगों ने नायब तहसीलदार को बंधक बनाकर मारपीट की थी। इस मामले में भी पुलिस ने इंदौर के एक शराब व्यापारी को गिरफ्तार किया था।

इसी तरह से अब धार के राजोद में यह दूसरा मामला हुआ है। हालांकि पुलिस टीम की सजगता के कारण विरोध करने वाले लोग कोई बड़ा नुकसान नहीं कर पाए, लेकिन आबकारी टीम को रोकने का प्रयास करते हुए हंगामा जरूर किया गया।

शराब को लेकर हुई मारपीट –

ग्राम रामखेड़ा में आबकारी विभाग की टीम पर हुए हमले के पूरे प्रकरण की शुरुआत बुधवार सुबह हुई थी। इस मामले में भी पुलिस ने देर शाम प्रकरण दर्ज कर लिया है।

राहुल गिरवाल नाम के युवक ने पुलिस को बताया कि सुबह पेड़ पर से बकरी का पाला काट रहा था, तभी दसई निवासी कुलदीप सिंह ठाकुर व अन्य लोग आए तथा शराब खरीदने की पुरानी बात को लेकर विवाद करते हुए मारपीट की थी।

इस मामले में घायल राहुल को परिजन रतलाम लेकर गए थे, जहां उपचार दिया गया। इस मामले के बाद ही आक्रोशित लोगों ने विभाग के अमले के वाहन को रोका था। इस प्रकरण को लेकर भी राजोद पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई की जा रही है।


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