
जिले में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का उपयोग धीरे-धीरे बढ़ रहा है, और इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने E-charging स्टेशनों की स्थापना की योजना बनाई है। धार सहित मांगोद, राजगढ़ और मांडू को चार्जिंग स्टेशन के संभावित स्थानों के रूप में चुना गया है। इससे न केवल स्थानीय लोगों को सुविधा मिलेगी, बल्कि इंदौर, झाबुआ, मनावर और कुक्षी जैसे स्थानों से आने-जाने वाले वाहन चालकों को भी राहत मिलेगी।
मांगोद बना सबसे उपयुक्त स्थान
हाल ही में आरटीओ, पीडब्ल्यूडी और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने जिले में संभावित स्थानों का निरीक्षण किया। इस दौरान मांगोद को सबसे उपयुक्त स्थान माना गया, क्योंकि यह जिले के केंद्र में स्थित है। इंदौर से इसकी दूरी लगभग 100 किमी है, जिससे इंदौर से चलने वाले वाहनों के लिए यह एक बेहतर चार्जिंग पॉइंट बन सकता है। झाबुआ, मनावर और कुक्षी की ओर से आने वाले वाहनों को भी इससे लाभ मिलेगा।
मांगोद में पीडब्ल्यूडी के पुराने भवन का उपयोग चार्जिंग स्टेशन के रूप में किया जा सकता है, जिसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। इसके अलावा, धार, राजगढ़ और मांडू में भी चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
मांडू को भी मिलेगा फायदा
मांडू एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां सालभर पर्यटक आते हैं। ऐसे में यहां चार्जिंग स्टेशन बनने से ईवी वाहनों से घूमने आने वाले पर्यटकों को सीधा फायदा होगा। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और ई-वाहनों की उपयोगिता बढ़ेगी।
जिले में कितने इलेक्ट्रिक वाहन?
धार जिले में अब तक कुल 1559 इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनमें—
✅ 155 ई-रिक्शा और लोडिंग वाहन
✅ 03 इलेक्ट्रिक कार
✅ 1379 इलेक्ट्रिक बाइक
हालांकि, जिले में अभी तक ईवी कार का कोई शोरूम नहीं है। अधिकतर ईवी कारें इंदौर के शोरूमों से खरीदी गई हैं और वहीं रजिस्ट्रर्ड हैं।
चार्जिंग स्टेशन का खर्च और सुविधा
एक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने में करीब 50 लाख रुपये का खर्च आता है। इसमें—
- कार चार्जिंग के लिए 25 किलोवॉट पॉवर स्टेशन
- बाइक चार्जिंग के लिए 2 से 5 किलोवॉट पॉवर यूनिट
- इससे इलेक्ट्रिक वाहनों को तेज और प्रभावी चार्जिंग सुविधा मिल सकेगी।
फिलहाल पीथमपुर में ही है चार्जिंग पॉइंट
धार जिले में अभी तक सिर्फ पीथमपुर में आयशर कंपनी के पास एक चार्जिंग पॉइंट मौजूद है। लेकिन नए चार्जिंग स्टेशनों के आने से इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में वृद्धि होगी और लोगों का रुझान ईवी की ओर बढ़ेगा।
क्या बदलेगा इससे?
✔ इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग की दिक्कत नहीं होगी
✔ इंदौर-धार हाईवे पर सफर करने वाले ईवी वाहन चालकों को राहत
✔ मांडू जैसे पर्यटन स्थल पर पर्यटकों को सहूलियत
✔ जिले में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने की संभावना
प्रशासन की इस पहल से धार जिले में ई-व्हीकल्स के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होगा और लोग ज्यादा संख्या में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।