धार। भले ही सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाकर किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर रही है, लेकिन धार जिले के दसाई के एक किसान सुनील पाटीदार ने अपनी लहसुन की उपज का दाम कम मिलने के कारण लहसुन से भरी ट्रॉली सड़क पर फेंक दी।
दरअसल दसाई के एक किसान का वीडियो सामने आया है। वह 20 क्विंटल लहसुन लेकर इंदौर स्थित मंडी में बेचने गया था। किसान को मंडी में सही भाव नहीं मिला तो उसने गुस्से में सड़क किनारे लहसुन को फेंक दिया।
किसान सुनील पाटीदार ने बताया कि मेरा लहसुन फेंकने का कारण है कि खर्चा नहीं पूर रहा था। इस कारण मैंने अपनी लहसुन फेक दी। मुझे एक बीघा में 25 हजार रुपये का खर्चा आया पकाने में। मंडी में ले गया तो 500 रुपये क्विंटल के हिसाब से बिकी। मुझे नहीं पूरा तो मैंने लहसुन फेंक दी।
किसान सुनील पाटीदार ने बताया कि मुझे एक बीघा में 25 हजार रुपये का खर्चा आया लहसुन की उपज को पकाने में। मंडी में ले गया तो 500 रुपये क्विंटल के हिसाब से बिकी। मुझे नहीं पूरा तो मैंने लहसुन फेंक दी।
मेरे पास तीन बीघा की लहसुन थी और मैंने एक बीघा की बेच दी और दो बीघा की बचा ली थी। तीन बीघा में 60 हजार रुपये का तो खर्चा हो गया। आज उसको बेचने जाऊं तो मुझे 60 हजार रुपये भी नहीं आए, तो क्या करे किसान, परेशान है किसान।
सरकार से यही चाहते हैं कि सरकार किसानों के बारे में कुछ सोचे। सरकार कहती है कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, तो कैसे कर देंगे। अगर ऐसे ही किसान अपनी फसल फेंकता रहा तो आय दोगुनी तो नहीं कम हो जाएगी इसलिए सरकार से यही चाहते हैं कि सरकार किसानों के बारे में कुछ सोचे।