धार किले को संवारने बनेगी डीपीआर, पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रशासन जुटाएगा संसाधन


एसडीएम ने किया दौरा, तत्‍कालीन कलेक्‍टर आलोक सिंह के समय भी हुई थी हलचल, ट्रांसफर के बाद नहीं हो पाया था काम।


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धार Published On :
dhar kila renovation

धार। धार शहर के ऐतिहासिक किले में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के लिए सुविधाएं जुटाई जाएंगी। इसके लिए नए सिरे से डीपीआर बनाई जाएगी। वर्तमान हालत और व्‍यवस्‍थाओं का जायजा लेने के लिए एसडीएम दीपाश्री गुप्‍ता ने शनिवार देर शाम धार किले का निरीक्षण किया।

दरअसल यह निरीक्षण जिला पुरातत्‍व पर्यटन एवं संस्‍कति परिषद की बैठक के बाद किया गया। बैठक में कलेक्‍टर ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में आने वाली राज्‍य संरक्षित इमारतों में पर्यटकों के लिहाज से सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

इसी के आलोक में धार के प्राचीन किले को पर्यटकों के लिहाज से संवारने के लिए नए सिरे से कदम उठाए जाएंगे, जिससे मांडू आने वाले पर्यटकों को धार किले तक भी लाया जा सके।

मराठा और मुगल शैली में बने इस धार किले का फैलाव काफी बड़े हिस्‍से में है। किले का अपना महत्‍व और वैभव है। इसमें कई ऐतिहासिक इमारतें आज भी मौजूद हैं।

धार किले में मौजूद खरबुजा महल बाजीराव पेशवा द्वितीय की जन्‍मस्‍थली रही है, जिसे संवारने के लिए कुछ माह पूर्व पुरातत्‍व विभाग द्वारा टेंडर भी जारी किए गए हैं। हालांकि अभी इसके मरम्‍मत का काम अभी शुरू नहीं हो पाया है।

इस बीच प्रशासन द्वारा किले के संरक्षण और सुविधाएं बढ़ाने के लिए शुरू की गई कवायद किले के लिए एक अच्‍छी खबर के रूप में देखी जा रही है।

एसडीएम ने किया भ्रमण –

किले पर क्‍या काम किए जा सकते हैं, इसका जायजा लेने के लिए एसडीएम गुप्‍ता ने तहसीलदार विनोद राठौड़ के साथ किले का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्‍होंने पूरे किले परिसर का भ्रमण किया। साथ ही किले की परिधि में बसी बस्‍ती में जाकर भी लोगों से बात की।

एसडीएम गुप्‍ता ने बताया किले में क्‍या काम हो सकते हैं, इसके लिए निरीक्षण किया था। यहां दो फ्लैग भी लगे हैं, जो काफी पुराने हैं। पुरातत्‍व विभाग से भी बात की जा रही है। ताकि संरक्षण और पर्यटकों की सुविधा के लिहाज से काम हो सके।
ग्‍वालियर किले की तर्ज पर यहां भी एक भारतीय ध्‍वज लगाया जा सकता है। साथ ही किले पर लाइटिंग बढ़ाने के लिए भी पॉइंट देखे गए हैं।

पर्यटन पर केंद्रित बनेगी डॉक्‍यूमेंट्री फि‍ल्‍म –

दो दिन पूर्व जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की कार्यकारिणी बैठक की कलेक्‍टोरेट में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में हुई थी। इसमें कलेक्‍टर मिश्र ने बताया कि स्तरीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म के निर्माण के लिए ख्याति नाम फिल्मकारों को आमंत्रित किया जाएगा और धार के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्म का निर्माण आगामी कुछ माहों में करवा लिया जाएगा।

मिश्र ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारकों को बेहतर बनाने के लिए प्रस्ताव प्रेषित करें।

डीएटीसीसी की बैठक में मांडू उत्सव को व्यापक बनाने के लिए पीथमपुर, धार, मनावर, कुक्षी आदि स्थानों पर भी गतिविधियां आयोजित करने के लिए कहा गया। कलेक्‍टर मिश्रा ने मांडू उत्सव के अतिरिक्त मानसून काल में एक अन्य समारोह मनाने के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए कहा।

बैठक में मिश्रा ने बताया कि निकट भविष्य में निसरपुर से गुजरात केवड़िया तक क्रूज प्रारंभ हो रहा है। इस सुविधा के शुरू होने से पर्यटक क्रूज़ यात्रा के साथ-साथ बाग के राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान को भी देख सकेंगे।

मांडू में स्थापित होने जा रहे भील जनजाति सांस्कृतिक केंद्र को आंचलिक कलाओं और संस्कृति से जोड़ने के लिए भी कहा गया। बैठक में हाल ही में मांडू में हुए G-20 देशों के प्रतिनिधियों के आगमन के संबंध में भी समीक्षा की गई एवं भविष्य में G-20 देशों के प्रस्तावित आगमन के लिए तैयारियां अभी से करने के लिए कहा।

बैठक में जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक में जिला पंचायत सीईओ केएल मीणा, धार एसडीएम दीपाश्री गुप्ता, पीथमपुर एसडीएम रोशनी पाटीदार, सरदारपुर एसडीएम राहुल चौहान, बदनावर एसडीएम मेघा पंवार, एएसआई एवं राज्य पुरातत्व विभाग के अधिकारी, अशासकीय सदस्य तथा नोडल अधिकारी प्रवीण शर्मा उपस्थित थे।


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