डायल 100 के पुलिसकर्मी ने लौटाया दुर्घटना में घायल शख्स का पैसों से भरा थैला


डायल 100 के जवानों द्वारा राशि लौटाने की जानकारी मिलने पर एसपी धार आदित्य प्रताप सिंह ने भी प्रंशसा की व जवानों को इनाम देने की घोषणा की।


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धार Published On :
dhar police bag returns

धार। ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए डायल 100 के पुलिसकर्मियों द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल एक किसान का रुपयों से भरा बैग वापस लौटाने का मामला सामने आया है।

धार के गांव मांगोद के समीप अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार किसान घायल हो गया था। सूचना मिलने के बाद वहां पहुंचे डायल 100 ने घायल की मदद की और उसे उपचार के लिए अस्पताल लेकर गए।

इस बीच डायल 100 के पुलिसकर्मियों को वहां एक थैला पड़ा दिखाई दिया, जिसकी जांच करने पर उसमें दो लाख से ज्यादा रुपये पाया गया।

घायल को पहले अस्पताल में दाखिल करवाया गया और फिर उसके परिजनों की जानकारी जुटाई गई और फिर किसान के बेटे को वह दो लाख तीन हजार रुपये से भरा थैला वापस लौटाया गया।

डायल 100 के जवानों द्वारा राशि लौटाने की जानकारी मिलने पर एसपी धार आदित्य प्रताप सिंह ने भी प्रंशसा की व जवानों को इनाम देने की घोषणा की।

जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम साढ़े पांच बजे रालामंडल के 60 साल के किसान लीलाधर पाठक अमझेरा बैंक से दो लाख रुपये निकालकर झोले में रखकर अकेले बाइक से रालामंडल लौट रहे थे।

तकरीबन चार किलोमीटर चलने के बाद मागोद के समीप किसी अज्ञात वाहन ने किसान की बाइक टक्कर मार दी जिससे किसान लीलाधर बुरी तरह घायल होकर सड़क किनारे बेहोश हो गए।

दुर्घटना की जानकारी किसी राहगीर ने डायल 100 को दी जिसके बाद तत्काल मौके पर सैनिक राधेश्याम गोयल, पायलट शोयब खान पहुंचे। किसान पाठक घायल अवस्था में सड़क किनारे बेहोश थे व इनके पास रखा झोले में दो लाख से अधिक नगदी सड़क पर बिखर गई थी।

सैनिक ओर पायलट दोनों ने मिलकर घायल बुजुर्ग ओर पैसों भरे झोले को डायल 100 वाहन में रखकर अमझेरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां पर डॉ. सुशांत बहादुर ने घायल किसान पाठक को प्राथमिक उपचार दिया।

इस दौरान घायल पाठक की जानकारी जुटाकर किसान के पुत्र अंकित पाठक को घटना की जानकारी देकर तुरंत थाने पर बुलाया गया तथा अमझेरा टीआई कमल सिंह पंवार ने दो लाख सौंप दिए।

पुत्र अंकित ने कहा कि अगर यही राशि सड़क पर चलते किसी राहगीर को मिलती तो पता नहीं क्या होता। मेरे परिवार की ओर से सैनिक ओर पायलट का आभारी हूं। यह राशि पूरे वर्ष की मेहनत व फसल से मिली थी।


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