ओला कंपनी की ई-स्‍कूटर खरीदने के नाम पर युवक से हजारों रुपये की ऑनलाइन ठगी


ऑनलाइन ट्रांजैक्‍शन से कई बार खातों में रुपये डलवाने के बाद भी नहीं भेजा स्‍कूटर, नौगांव पुलिस ने अज्ञात पर प्रकरण दर्ज कर शुरू की जांच।


DeshGaon
धार Published On :
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धार। ओला कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर बुकिंग के नाम पर शहर के एक युवक से हजारों रुपये की धोखाधडी का मामला सामने आया है। ठगों ने इलेक्ट्रिक स्कूटर बुक करने के नाम पर युवक से कई बार अपने खातों में रुपये डलवा लिए।

युवक को शंका होने पर जब उसने रिफंड की बात कही तो कंपनी के लोगों (ठगों) ने फोन रिसीव करना बंद कर दिया। युवक ने नौगांव थाने पर शिकायती आवेदन दिया है जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है और नौगांव पुलिस सायबर सेल की मदद से खाता नंबर के साथ कंपनी की वेबसाइट की भी जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक, रामकृष्ण कॉलोनी निवासी विजय पिता बाबूलाल चौहान ने आवेदन में बताया कि जनवरी में ओला कंपनी की ई-स्‍कूटर खरीदने के लिए गूगल पर सर्च किया था जिसके सर्च रिजल्‍ट में कंपनी की वेबसाइड दिखाई गई थी जिस पर मोबइल नंबर 9754212019 से रजिस्‍ट्रेशन किया था।

अगले ही दिन मोबाइल नंबर 8274810205 से कॉल आया जो कंपनी की ओर से किया गया बताया गया और स्‍कूटर पर 18000 रुपये की छूट देने की बात कहते हुए स्‍कूटर को 1 लाख 39 हजार 999 रुपये में देने की बात कही गई।

स्‍कूटर को बुक करने पर ठगों ने बुकिंग अमाउंट के तौर पर 20 हजार रुपये मोबइल नंबर 7079553041 पर ट्रांसफर करवा लिए। दूसरे दिन फ‍िर कॉल आया और स्‍कूटर ट्रांसफर के नाम पर 12 हजार 999 रुपये की मांग की जो खाते में ट्रांसफर कर दिए गए।

इंश्योरेंस के नाम पर भी की ठगी –

ठगी करने वाले इतने पर नहीं रुके और उन्‍होंने युवक से इंश्योरेंस के नाम पर भी 11 हजार 160 रुपये की मांग की तो युवक ने ठगों के खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए। अगने दिन ठगों ने एनओसी के लिए 10 हजार रुपये की मांग की तो पूरा ठगी का मामला सामने आया।

युवक को ठगों पर शंका हुई तो उसने बुकिंग कैंसिल कर पैसे रिफंड करने की बात ठगों से कही जिस पर उन्होंने रिफंड करने से मना कर दिया। युवक ने ठगों के खिलाफ एक शिकायती आवेदन पुलिस को दिया।

पुलिस ने आवेदन के आधार पर अज्ञात के खिलाफ धारा 420 में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है। पुलिस मामले में सायबर सेल की मदद के साथ कंपनी की वेबसाइट की जानकारी जुटा रही है।

फर्जी वेबसाइड डिजाइन कर करते हैं धोखाधड़ी –

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ठग नामी कंपनी की हूबहू वेबसाइट को डिजाइन करते हैं, जिससे युजर्स को शंका ना हो। जैसे ही युजर्स गूगल पर ओला कंपनी की स्‍कूटर खरीदने के लिए सर्च करते हैं, उनके सामने ओला की फर्जी वेबसाइट आ जाती है।

यूजर्स वेबसाइट पर पूरी जानकारियों के साथ रजिस्‍ट्रेशन करता है जिससे उसकी जानकारी ठगों तक पहुंच जाती है, फ‍िर ठग उनसे इंश्योरेंस, एनओसी और स्‍कूटर ट्रांसफर के नाम पर पैसों की मांग करते हैं और यूजर्स वेबसाइट को आधिकारिक मानकर पैसों को ट्रांसफर कर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं।

बडे शहरों में हो चुकी है ओला कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी –

ओला इलेक्ट्रिक स्कूटी की बुकिंग के जरिये ठगी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी नंवबर में दिल्‍ली के बाहरी उत्तरी जिले में सायबर पुलिस ने ओला कंपनी के स्‍कूटर बुकिंग के नाम एक बड़े गिरोह का पर्दार्फाश कर 20 से अधिक लोगों को गिरफतार किया था।

पंजाब के अबोहर में ओला स्‍कूटर की बुकिंग के नाम पर एक युवक से 1 लाख 88 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई थी, पुलिस ने मामले में अज्ञात पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।


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