धारः फ्लैग मार्च के दौरान धार एसडीएम व पुलिस ने रुकवाई शादी, मामला दर्ज


परिवार की ओर से अधिकारियों को बताया गया कि बेटी का विवाह होना है, जिसपर अधिकारियों ने कलेक्टर के द्वारा निकाले गए नए आदेशों की बात कहकर आयोजन को रुकवाया व कार्रवाई करते हुए पंचनामा भी बनाया।


आशीष यादव
धार Published On :
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धार। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में शादी समारोह से लेकर अन्य आयोजनों पर रोक लगा दी हैं, इसके बावजूद कुछ लोग शादियों जैसे आयोजन कर रहे हैं।

ऐसे मामलों की सूचना प्रशासन को मिलने पर अधिकारी मौके पर पहुंचकर कार्रवाई के साथ लोगों को समझाइश भी दे रहे हैं। शुक्रवार को सुबह शहर में फ्लैग मार्च निकाला जा रहा था। इसी दौरान अधिकारियों की गाड़ियों का काफिला नगर के मगजपुरा क्षेत्र में पहुंचा, जहां पर एक घर के बाहर बड़ा पंडाल बना हुआ था और यहां पर शादी समारोह का आयोजन होना था।

ऐसे में प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर रुकी व परिवार के लोगों को बुलाया गया। परिवार की ओर से अधिकारियों को बताया गया कि बेटी का विवाह होना है, जिसपर अधिकारियों ने कलेक्टर के द्वारा निकाले गए नए आदेशों की बात कहकर आयोजन को रुकवाया व कार्रवाई करते हुए पंचनामा भी बनाया।

दरअसल शहर में दिन-प्रतिदिन कोरोना की रफ्तार तेज हो रही है। कोरोना कर्फ्यू लगाने के बाद भी संक्रमण की चेन टूटती नजर नहीं आ रही है। इसके पीछे का मुख्य कारण आम लोगों की लापरवाही है।

अप्रैल माह में भी लोगों ने बड़ी संख्या में शादियां कीं जिसका नतीजा अब मई में देखने को मिल रहा है। इसके बाद ही प्रशासन द्वारा जारी की गई शादियों से लेकर अन्य आयोजनों की सभी परमिशन को ही निरस्त कर दिया गया है।

प्रशासन के इस सख्त कदम के बाद भी शहर में शादियों का आयोजन जारी है। गुरुवार को जहां दो स्थानों पर पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट ने शादी रुकवाई। वहीं प्रशासन के अमले ने फ्लैग मार्च के दौरान शादी का आयोजन रुकवाया।

फ्लैग मार्च के दौरान सभी अधिकारियों ने वाहन रोका और वाहन से उतर कर देखा तो विवाह की तैयारियां चल रही थी। एक घर के सामने बडा सा टेंट लगा हुआ था, यहां पर करीब 30 से 40 लोगों की भीड़ भी देखी गई। साथ ही डीजे चल रहा था।

प्रशासन की टीम को देख वहां उपस्थित लोग आश्चर्यचकित रह गए। इस दौरान एसडीएम दिव्या पटेल, सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी, प्रभारी सीएसपी यशस्वीनी शिंदे, तहसीलदार भास्कर गाचले, पुलिस, राजस्व का अमला व नगर पालिका टीम मौजूद थी। उन्होंने कार्रवाई करते हुए मौके पर पंचनामा बनाया। साथ ही टेंट, डीजे सहित अन्य सामग्रियां ज़ब्त कर ली गईं।

परिवार के लोगों के लिए टेस्ट सैंपल –

परिवार के लोगों ने कार्रवाई के दौरान अधिकारियों को बताया कि बेटी के विवाह के लिए अनुमति ली गई थी, किंतु अनुमतियां कब निरस्त हो गई। इस बात की जानकारी ही नहीं मिली। परिवार के आकाश ने कहा कि अनुमति के दौरान मोबाइल नंबर दिया था, अगर उसपर फोन आ जाता तो हम शादी नहीं करते।

शादी समारोह के कारण घर में काफी लोग एकत्रित थे। इसलिए अधिकारियों ने जिला अस्पताल में सूचना देकर सभी के टेस्ट के लिए टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने मौजूद कई लोगों के कोरोना सैंपल भी लिए।

एसडीएम दिव्या पटेल ने बताया कि शहर में फ्लैग मार्च निकाला जा रहा था। इस दौरान मगजपुरा मार्ग से निकलते समय टेंट लगा हुआ देखा गया क्योंकि विवाह आयोजन की अनुमति निरस्त कर दी गई है। किसी तरह का शादी समारोह आयोजन नहीं होना है, किंतु मगजपुरा में एक व्यक्ति द्वारा परिवार के सदस्यों को एकत्रित कर शादी समारोह का प्रबंध किया जा रहा था। हमने टेंट व डीजे सहित अन्य सामग्रियां जब्त कर ली गई है।

उन्होंने कहा कि टेंट को मरीज के परिजन के छांव के लिए लगाया जाएगा। इससे उन्हें धूप से बचाव होगा। उन्होंने कहा कि यहां 30 से 40 लोग उपस्थित थे। हमने धारा 188 के तहत कार्रवाई का पंचनामा बनाया है।

हर रोज निकल रहा है फ्लैग मार्च –

जिला प्रशासन द्वारा शहर में दिन में तीन बार फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है और लोगों को समझाइश दी जा रही है कि घरों में रहें और सुरक्षित रहें। प्रशासन के आलाधिकारी कोरोना संक्रमण को लेकर सख्त हैं।


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