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जिले में अवैध रेत खनन और माफियाओं का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुक्षी थाना क्षेत्र के ग्राम आली में शुक्रवार दोपहर 4 बजे खनिज जांच चौकी पर रेत माफियाओं ने हमला कर दिया। बदमाशों ने लाठी-डंडों से कर्मचारियों की बेरहमी से पिटाई की, यहां तक कि उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर मारा। चौकी पर पत्थर फेंके गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस हमले में आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए कुक्षी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गाड़ियों में आए बदमाशों ने अचानक किया हमला
सूत्रों के अनुसार, शिवा धनलक्ष्मी कंपनी द्वारा बनाए गए चेक पोस्ट पर खनिज विभाग की टीम रेत से भरे वाहनों की रॉयल्टी जांच कर रही थी। इससे नाराज माफियाओं ने गुंडों को बुलाकर हमला करवा दिया। फरियादी पुष्पेंद्र भीकम सिंह चौहान (निवासी झांसी) के मुताबिक, तीन गाड़ियों में सवार बदमाश (एमपी 69 सी 9099, एमपी 69 सी 1777 और एक बिना नंबर की कार) चौकी पर पहुंचे और हमला कर दिया।
इस दौरान ड्यूटी पर तैनात हरेंद्र सिंह, दीप सिंह (भटिंडा, पंजाब), सोहन सिंह, जगबीर सिंह, तसनाम सिंह, मलकिन सिंह, निर्मल सिंह और सिमरन सिंह पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। यह पूरी घटना चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसमें कर्मचारी खुद को बचाने के लिए भागते नजर आए।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी फरार
पुलिस ने फरियादी पुष्पेंद्र की शिकायत पर सचिन, बबलू (निवासी चांदपुर) सहित 10 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए और उनकी तलाश जारी है।
राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रहा अवैध खनन
कुक्षी क्षेत्र में अवैध रेत खनन और परिवहन राजनीतिक संरक्षण में जारी है। इसी वजह से माफिया खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं और उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। इससे पहले भी प्रशासन ने कई डंपर जब्त किए थे, लेकिन इसके बावजूद माफिया बेखौफ होकर अवैध खनन जारी रखे हुए हैं।
जिले में अब भी जारी है अवैध खनन
नवागत अधिकारियों के दावों के बावजूद, जिले के कई इलाकों में रात के अंधेरे में अवैध खनन जारी है। भिडौता, बलखंडी मंदिर और खेरोद क्षेत्र में अवैध रूप से मुरम और गिट्टी निकाली जा रही है, जिससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। कुछ समय पहले यहां से तीन पोकलेन जब्त की गई थीं, लेकिन इसके बावजूद अवैध गतिविधियां जारी हैं।
प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करे और खनिज विभाग की सुरक्षा सुनिश्चित करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।