धार/राजगढ़। बड़वानी निवासी महिला को उसके ही पति ने छह दिनों तक अपने दोस्त के घर में बंधक बनाकर रखा और इस दौरान आरोपी पति उसके साथ मारपीट भी करता रहा।
पति जब बाजार गया तो महिला ने पड़ोस में रहने वाली युवती के मोबाइल से फोन लगाकर मदद मांगी जिसके बाद महिला की परिचित इंदौर से धार पहुंची व पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया।
इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची व कमरे का ताला खुलवाया जिसके बाद महिला व बच्चे को सुरक्षित बचाया जा सका।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, नेहा उर्फ स्नेहा (22 साल) निवासी धनगर मोहल्ला जिला बड़वानी को आरोपी पति लखन पिता शंकर बीते 29 दिसंबर को बड़वानी से बाइक से लेकर धार जिले के राजगढ़ पहुंचा।
यहां पर आरोपी पति का दोस्त वैभव कॉलोनी में रहता हैं, जहां पर पति ने एक किराये के कमरे में महिला स्नेहा व उसके बेटे वीर को रखा व ताला बंद कर दिया। वह उन्हें घर से बाहर नहीं जाने देता था।
महिला ने बुधवार की शाम पति के बाहर जाने पर पड़ोस की युवती के फोन से इंदौर निवासी परिचित मोनालिसा को फोन कर पूरी बात बताई, जिसके बाद इंदौर से वह मदद के लिए धार पहुंची और एसडीओपी सरदारपुर को पूरा घटनाक्रम बताया।
ताला खुलवाया, प्रकरण दर्ज –
एसडीओपी ऑफिस की पुलिस टीम इंदौर की महिला के साथ वैभव कॉलोनी पहुंची, जहां पर पहले तो लखन ने दरवाजा खोलने से ही मना कर दिया, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप व सख्त रवैये को देखने के बाद दरवाजे का ताला खोला।
पुलिस ने महिला व बच्चे को सुरक्षित बचाया और पुलिस टीम महिला को लेकर थाने पर पहुंची, जहां पर विभिन्न धारा में पुलिस ने आरोपी लखन के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
सरदारपुर एसडीओपी रामसिह मेडा ने बताया कि
राजगढ़ में वैभव कॉलोनी के एक घर में कमरे में महिला को ताला लगाकर रखा जा रहा था, जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची व महिला तथा उसके बच्चे को सुरक्षित बचाया। मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपी पति को पुलिस हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।