धार। शहर की गुलमोहर कॉलोनी के घाटी क्षेत्र में हुए हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए इस मामले में भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद बाला बागवान सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपी शकील का कुछ दिन पूर्व ही मृतक से विवाद हुआ था, जिसका बदला लेने के एवज में हत्या की प्लानिंग की गई व घटना को आरोपियों ने अंजाम दिया। गिरफ्तार हुए चार आरोपियों में से षड्यंत्रकारी आरोपी बाला बागवान को पुलिस ने शनिवार सुबह ही उसके घर से गिरफ्तार किया।
गोदाम पर की प्लानिंग, 50 हजार रुपये भी दिए –
पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि आठ दिसंबर को मृतक भीम भाई उर्फ जाकिर हुसैन की हत्या गोली मारकर की गई थी। पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की जिसमें आरोपी शकील व मृतक के बीच कुछ दिन पूर्व 14 नवंबर को मकान निर्माण के दौरान हुए विवाद की बात सामने आई।
ऐसे में पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की जिसमें से तीन आरोपियों को शुक्रवार की देर रात सलकनपुर फाटा क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बाला बागवान के गोदाम पर बैठकर हत्या को लेकर प्लानिंग की गई थी। साथ ही पिस्टल खरीदने सहित अन्य कार्यों के लिए 50 हजार रुपये भी बाला ने ही उपलब्ध करवाए थे।
15 दिन की रैकी, दो गोली चलाकर की टेस्टिंग –
सीएसपी देवेंद्र धुर्वे के अनुसार बाला व शकील ने मिलकर अन्य आरोपी अरशद, अरबाज, सद्दाम व जाफर को भी इस हत्याकांड के लिए तैयार किया। इसके बाद शकील ने अपने भांजे अरबाज को मृतक की रैकी करने के लिए घटना के पूर्व 15 दिन पहले से लगा रखा था।
इसी बीच आठ दिसंबर को मृतक भीम भाई के नहीं मिलने पर आरोपियों ने उसके बेटे को मारना भी तय कर लिया था, इसी बीच मृतक के मोहन टॉकीज से होते हुए होटल से बाहर आने की बात मालूम हुई। ऐसे में बाला ने संरक्षण देते हुए शकील को गोली चलाने के लिए बोला।
इसके बाद लोकेशन के आधार पर आरोपी शकील व अरशद ने पीछा किया व घाटा क्षेत्र में पहुंचते ही पिस्टल से चार फायर किए, जिसमें से तीन गोलियां मृतक को लगी थीं। आरोपियों ने बताया कि शकील ने गंधवानी के पास से पिस्टल सहित 6 राउंड खरीदे थे, जिसमें से दो गोली टेस्टिंग के तौर पर धार से दूर एक तालाब किनारे चलाई गई थी।
एक घंटे पहले मोबाइल से संपर्क में थे आरोपी –
टीआई समीर पाटीदार के अनुसार हत्या करने के एक घंटे पहले तक आरोपी अरबाज, अरशद व शकील लगातार संपर्क में थे। इस बात की पुष्टि पुलिस को सीडीआर के माध्यम से हुई है तथा अन्य आरोपी भी लगातार वारदात को लेकर बात करते थे।
वहीं शकील ने बाला बागवान के द्वारा रुपये उपलब्ध करवाने की बात कही थी। साथ ही मुख्य आरोपी शकील को अपने फायदे के लिए समय-समय पर भाजपा नेता बाला उपयोग करता था।
इस मामले में अभी दो आरोपी फरार हैं तथा पुलिस ने शकील, बाला, अरशद व अरबाज को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दो बाइक, पिस्टल व करीब 5500 रुपये आरोपियों के पास से बरामद भी किए हैं। चार दिन पूर्व गुंडा अभियान के तहत पुलिस ने मुख्य आरोपी शकील का घर भी अवैध निर्माण होने के कारण तोड़ दिया था।
पूर्व पार्षद बाला के कई कब्जे –
बता दें कि पूर्व पार्षद बाला बागवान ने कई गरीब लोगों के मकानों पर कब्जा कर रखा है। जानकारी मिली है कि बाला बागवान और उसके भाई ने करीब दर्जनों लोगों के मकानों व प्लॉट पर अवैध कब्जा कर रखा है। अगर पुलिस व प्रशासन इसकी जांच करता है तो बाला बागवान से और भी कई लोगों के अवैध कब्जे छूट सकते हैं।