उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी दे रही बिल वसूली का करंट, हो रही इनको माफ करने की मांग


एक किलोवाट के 3 लाख 78 हजार 328 उपभोक्ता
43 करोड़ 95 लाख की राशि उपभोक्ताओं पर अब तक बकाया
अभी तक मात्र 11 हजार 488 लोगों के आवेदन मिले हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
bijali bill samadhan yojana

धार। बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को बिजली बिल वसूली का करंट दे रही है। कोरोना काल में स्थगित किए गए बिजली बिलों की वसूली फिर शुरू हो गई है। बिजली कंपनी का नोटिस देखकर उपभोक्ताओं का सिर चकरा रहा है।

कई लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है और उपभोक्ता बिलों को माफ करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल कोरोना में लॉकडाउन के समय लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने से सरकार ने अगस्त 2020 तक का बकाया बिल स्थगित करने की घोषणा की थी।

अब डेढ़ साल बाद बिजली कंपनी द्वारा समाधान योजना के नाम 3 लाख 78328 उपभोक्ताओं से 43 करोड़ 95 लाख की राशि वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए हैं जबकि सरकार की घोषणा के समय उपभोक्ताओं को लगा कि सरकार ने पूरी तरह बिल माफ कर दिया है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं हुआ। कुछ अवधि के लिए कंपनी ने बिल वसूली रोक दी थी।

अंतिम तिथि के बाद में नहीं होगा निराकरण –

विद्युत वितरण कंपनियों ने नोटिस में कहा है कि योजना में अंतिम तिथि 15 दिसंबर तक प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण 30 दिन में करना होगा। बिजली उपभोक्ता द्वारा योजना की अंतिम तिथि तक आवेदन प्रस्तुत नहीं करने पर वितरण कंपनी द्वारा आस्थगित की गई राशि का समावेश कर आगामी माह के बिल जारी किए जाएंगे।

उन्होंने योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए थे। वैसे देखा जाए तो योजना का लाभ लेने के लिए 11 हजार 488 लोगों ने कंपनी के दफ्तर में आवेदन किया है। ऐसे में अंतिम तिथि निकलने के बाद यदि कंपनी बकाया राशि जोड़कर बिजली बिलों में भेजती है तो विवाद की स्थिति भी बनेगी।

15 के बाद बिल में जुड़ेगी राशि – 

विद्युत विभाग के अनुसार समाधान योजना में बकाया राशि का 60 प्रतिशत एक साथ जमा करने पर 40 प्रतिशत राशि माफ होगी। दूसरे विकल्प में बकाया राशि का 75 प्रतिशत छह मासिक किस्तों में भुगतान करने पर शेष 25 प्रतिशत मूल बकाया राशि माफ की जाएगी। इस योजना के लिए 15 दिसंबर तक आवेदन नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की बकाया राशि आगामी माह के बिल में जोड़ दी जाएगी।

30 दिनों में होगा आवेदन का निराकरण –

वितरण कंपनियों को निर्देशित किया गया है कि योजना में अंतिम तिथि 15 दिसंबर तक प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण 30 दिन में करना सुनिश्चित करें। बिजली उपभोक्ता द्वारा योजना की अंतिम तिथि तक आवेदन प्रस्तुत नहीं करने पर वितरण कंपनी द्वारा बकाया राशि का समावेश कर आगामी माह के बिल जारी किए जाएंगे।

बकाया राशि के भुगतान के लिए दो विकल्प –

उपभोक्ताओं को समाधान योजना में बकाया राशि के भुगतान के लिए दो विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं। पहले विकल्प के रूप में बकाया मूल राशि का 60 प्रतिशत एकमुश्त भुगतान करने पर 100 प्रतिशत अधिभार की राशि और शेष 40 प्रतिशत मूल बकाया राशि माफ की जाएगी।

दूसरे विकल्प में बकाया मूल राशि का 75 प्रतिशत, 6 समान किश्त में भुगतान करने पर 100 प्रतिशत अधिभार की राशि एवं शेष 25 प्रतिशत मूल बकाया राशि माफ की जाएगी। शासन की योजना के तहत बकाया बिलों पर 15 दिसंबर तक छूट का लाभ दिया जा रहा है।

ऐसे में इस अवसर का लाभ लेने के लिए महज एक दिन का समय शेष बचा है, अगर आप शासन की इस योजना का लाभ लेना है तो आज ही अपने निकट बिजली के दफ्तर जाकर फायदा उठाएं।

अगर आप आज चूकें तो निश्चित ही आपको फिर इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा, वहीं जो बकाया बिल आपका शेष बचा है, वह जनवरी के बिल में जुड़ आकर आ जाएगा।

यह है समाधान योजना –

लॉकडाउन अवधि में तीन महीने तक बिजली बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं से अब विद्युत कंपनी द्वारा समाधान योजना के तहत बकाया बिजली बिलों की वूसली की जा रही है। 3 लाख 78 हजार 328 बिजली उपभोक्ताओं पर 43 करोड़ 95 लाख रुपये से अधिक बिजली बिल की राशि बकाया होना बताया जा रहा है। इसकी वसूली के लिए कंपनी द्वारा अब बिजली कार्यालय में शिविर लगाए गए थे व इस योजना का आज आखिरी दिन है।

उपभोक्ताओं के बिल माफ नहीं हुए थे, सरकार ने कोरोना के समय अगस्त माह तक राशि की वसूली को स्थगित किया था। सरकार के आदेश पर ही वसूली के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं।

– जीआर कनखरे, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण कंपनी, धार



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