धार कलेक्टर का निर्देश- ख़रीफ़ सीजन के लिए खाद का हो पर्याप्त अग्रिम भंडारण


कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि आवश्यकतानुसार खाद भंडारण के लिए नवीन केंद्र खोले जाएं, किसानों को खाद के लिए लंबी दूरी तय ना करना पड़े।


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धार Updated On :
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धार। ख़रीफ़ सीजन के लिए खाद का पर्याप्त अग्रिम भंडारण हो। किसी भी सूरत में किसानों को दिक़्क़त ना हो। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने ये निर्देश शुक्रवार को खाद्य और सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान दिये।

कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि आवश्यकतानुसार खाद भंडारण के लिए नवीन केंद्र खोले जाएं, किसानों को खाद के लिए लंबी दूरी तय ना करना पड़े। उचित मूल्य की दुकानों के लिए बनाई गई निगरानी समितियों को एक्टिव करें।

उनके निरीक्षण के लिए प्रपत्र तैयार करें जिसमें निरीक्षण के बिंदु हों। समिति सदस्य हां-ना टिक कर सकें। इसके अलावा समिति का उपयोग सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की जांच प्रतिवेदन तैयार करने में किया जा सकता है।

कलेक्टर मिश्रा द्वारा धार ज़िले को अन्न उत्सव में प्रदेश में अव्वल स्थान हासिल करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के तहत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रतिमाह अन्न उत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत 12, 13 एवं 14 जून को जिले की 836 उचित मूल्य दुकानों पर अन्न उत्सव का आयोजन किया गया।

इस दौरान जिले में पात्र कुल 3,75,181 परिवारों में से 1,06,824 परिवारों को खाद्यान्न का वितरण किया गया। अन्न उत्सव के दौरान खाद्यान्न वितरण में परिवारों के दृष्टिकोण से जिला 1,06,824 परिवारों के साथ प्रदेश में प्रथम एवं प्रतिशत में 28.47 के साथ प्रदेश में द्वितीय स्थान पर रहा है।

बता दें कि जिले में अन्न उत्सव के दौरान अधिक से अधिक हितग्राहियों को राशन का वितरण स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा उचित मूल्य दुकानों पर नियुक्त नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जिसमें प्रदेश स्तर से नियुक्त नोडल अधिकारी के द्वारा भी जिले के किसी भी विकासखंड की कुछ उचित मूल्य दुकानों का निरीक्षण कर वितरण की समीक्षा की जाती है।

उन्होंने बताया कि शेष रहे हितग्राहियों से अनुरोध किया गया है कि 30 जून तक अपना राशन प्राप्त करें। बैठक में बताया गया कि धार ज़िले में 17,426 किसानो से गेहूं का उपार्जन किया गया। उपार्जित मात्रा 1,99,421 मीट्रिक टन है। इस पर 423 करोड़ रुपये का भुगतान नियत समय में कर दिया गया है।


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