धार। धार के पीजी कॉलेज ग्राउंड क्षेत्र से हुए अपहरण के मामले की जांच के दौरान पुलिस को गायब हुए व्यक्ति की लाश जंगल में मिली है। अपहृत किए गए शख्स के बारे में जानकारी जुटाने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
पुलिस ने पहले जिस वाहन से बुजुर्ग का अपहरण हुआ था, उसके चालक से पूछताछ की, जिसने शुरुआत में पुलिसवालों को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर अमझेरा के जंगल में लाश होने की बात बताई।
धार से पुलिस टीम जंगल पहुंची व तलाशी के दौरान झाड़ियों में बुजुर्ग की लाश क्षतविक्षत अवस्था में मिली, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों को मौके पर बुलाया व लाश की पहचान गायब हुए व्यक्ति के रुप में हुई।
शव बरामद होने के बाद पंचनामा बनाकर पुलिस ने उसे धार जिला अस्पताल भेजा, जहां पर गुरुवार दोपहर डॉक्टरों की विशेष पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया।
अपहृत हुए बुजुर्ग की लाश जंगल में मिलने की सूचना पर सीएसपी देवेंद्र सिंह धुर्वे सहित टीआई चंद्रभान सिंह चढार भी मौके पर पहुंचे थे। नौगांव पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके मामले का खुलासा करेगी।
थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक देवी सिंह पिता शोभाराम निवासी ब्रहाकुंडी ने अपनी बेटी की शादी कुछ सालों पहले जितेंद्र पिता रामिया से की थी, किंतु पति जितेंद्र के मारपीट करने पर बेटी अपने पिता के घर वापस धार आ गई थी।
इसके बाद से ही जितेंद्र व उसके परिवार के लोग शादी में खर्च हुए रुपये वापस मांग रहे थे। आरोपियों को शंका थी कि देवी सिंह ने अपने बेटी को किसी अन्य व्यक्ति के साथ भेज दिया है, जहां से भी मृतक को रुपये प्राप्त हुए हैं।
इसी बात को लेकर जितेंद्र नाराज चल रहा था व देवी सिंह से अपने खर्च हुए रुपये वसूल करना चाहता था, जिसके लेकर पूर्व में भी कई मर्तबा जितेंद्र ने धार के ब्रहाकुंडी में आकर देवी सिंह से विवाद किया था।
एक नवंबर को जितेंद्र अपने कुछ साथियों को लेकर आया व राशि के एवज में सुबह नौ बजे देवी सिंह का अपहरण करके ले गया था। परिवार ने पहले इस बात की सूचना नौगांव थाने पर की, जहां पर पुलिस ने गुमशुदगी कायम कर जांच शुरू की।
करीब 15 दिनों तक देवी सिंह के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आने पर पुलिस ने अपहरण की धारा में चार नामजद आरोपियों के खिलाफ प्रकरण कायम किया था।
चालक ने बताया पूरा घटनाक्रम –
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएसपी के निर्देशन में नौगांव टीआई चंद्रभान सिंह चढार ने जांच शुरू की। पुलिस ने परिवार के द्वारा बताए बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी-11 टी-1149 के बारे में जानकारी निकाली, जो श्रीराम पिता रमेश के व्यक्ति की निकली।
ऐसे में पुलिस ने सबसे पहले वाहन के चालक को उठाया, जिसने ही पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। अपहरण के मामले की जांच के दौरान बुजुर्ग की हत्या होने पर पुलिस ने प्रकरण में हत्या सहित लाश छुपाने की धाराओं को बढाया है।
चालक श्रीराम ने बताया कि जितेंद्र के कहने पर उसके परिवार के साथ धार आए थे तथा बोलेरो वाहन से देवी सिंह का अपहरण किया व उससे राशि वसूलने के लिए अमझेरा लेकर गए थे।
यहां पर देवी सिंह ने रुपये नहीं होने व जितेंद्र की पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही तो सभी ने उसके साथ मारपीट की थी। गिरफ्तार हुए आरोपी के अनुसार बुजुर्ग देवी सिंह की हत्या एक नवंबर को ही कर दी गई थी, साक्ष्य छुपाने की नियत से देवी सिंह की लाश को जंगल में फेंका गया था।
जंगल में मिली लाश, आरोपी फरार –
देवी सिंह की लाश गुरुवार सुबह पुलिस को अमझेरा क्षेत्र के चालघुडिया जलियारा के जंगल में मिली। आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या कर उसे जंगल में झाड़ियों के बीच फेंककर चले गए थे।
करीब 17 दिन बाद बुजुर्ग की लाश पुलिस को मिली जिसके कारण ही शव पूरा क्षतविक्षत हो चुका था। पुलिस अब पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इस मामले में श्रीराम को कोर्ट में पेश करके रिमांड मांगा जा रहा है।
इसके साथ ही हत्या में शामिल जितेंद्र, रमिया, सारदी बाई, राकेश सभी निवासी ग्राम बिजलपुर की तलाश की जा रही है।
टीआई चढार के अनुसार अपहरण के मामले की जांच के लिए दो टीमें गठित की गई हैं, जिसमें पहली टीम बुजुर्ग की तलाश कर रही थी। वहीं दूसरी टीम व़ाहन चालक को थाने पर लेकर आई, जिसने ही हत्या करने की बात बताई व जंगल में लाश होने की जानकारी दी।
ऐसे में पुलिस जंगल पहुंची व लाश को बरामद करके पीएम करवाया गया हैं, शेष आरोपियों की तलाश जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।