धार की ऐतिहासिक भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम द्वार भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है। आज सर्वे का 61वां दिन था। पिछले कुछ दिनों से अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या कम होने से सर्वे की गति भी धीमी ही चल रही है।
ऐसे में अब कहा जा रहा है अब और मशीनों के आने के बाद ही सर्वे का कार्य तेज गति से होगा। मंगलवार होने के चलते आज एएसआई की सर्वे टीम ने भोजशाला में अंदर के बजाय बाहरी परिसर में काम किया । सुबह 10 अधिकारी, कर्मचारी, 30 मजदूरों सहित पक्षकारों की मौजूदगी में सर्वे के लिए भोजशाला पहुंचे थे।
भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया की आज नियमित सत्याग्रह के चलते भोजशाला के बाहरी परिसर में उत्तर और दक्षिण दिशा में मिट्टी हटाने का काम चला है ।
मंगलवार को हुआ नियमित सत्याग्रह –
मंगलवार के दिन हिंदू समाज को भोजशाला में पूजा-अर्चना का अधिकार प्राप्त हैं। भोज उत्सव समिति द्वारा प्रति मंगलवार यहां पर सत्याग्रह का आयोजन किया जाता है। आज भी बड़ी संख्या में लोग दर्शन, पूजन व सत्याग्रह में शामिल होने के लिए भोजशाला पहुंचे के गर्भगृह में मां वाग्देवी व भगवान हनुमान का चित्र रखकर समाज द्वारा पूजा की गई।
इस दौरान सरस्वती वंदना व हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए आरती कर प्रसादी का वितरण भी किया गया। आज सत्याग्रह में शामिल होने के लिए अयोध्या के संत रामलला सरकार भी भोजशाला में पहुंचे । इस अवसर पर उन्होंने ने कहा की यहां का कण कण सनातन का प्राण है । भोजशाला में मां सरस्वती का मंदिर है, और जल्द ही निर्णय हिंदू समाज के पक्ष में आएगा और मां सरस्वती के साथ अखंड ज्योति भी भोजशाला में स्थापित होगी। सत्याग्रह में बडी संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए। सत्याग्रह के चलते अतिरिक्त पुलिसबल भी यहां पर तैनात किया गया था।