धार। मौसम परिवर्तन का असर अब जिले में देखने को मिल रहा है। राजस्थान में बने चक्रवातीय घेरे से ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश हुई है। जिले में सबसे अधिक बारिश कुक्षी में दर्ज की गई है, साथ ही कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई है।
शनिवार सुबह धार में लोगों की शुरुआत कोहरे से हुई, करीब 8 बजे तक ऐसा ही माहौल बना रहा। नागदा-गुजरी हाईवे व इंदौर रोड पर कई चालकों को वाहन चलाने में कोहरे के कारण दिक्कत आई व वाहनों की हेडलाइट चालू कर मार्ग से निकले। साथ ही मौसम में ठंडक बनी हुई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ही जिले में वातावरण बना हुआ है तथा पूरे दिन बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश भी हो रही है।
गेहूं की फसल के लिए अमृत –
जिले में कई स्थानों पर किसानों ने कुछ दिन पूर्व ही बोउनी की है, ऐसे में यह मावठा देरी से लगी हुई फसलों के लिए अमृत समान साबित हो रहा है। लेकिन, कई जगहों पर जल्दी लगी गेहूं की फसल पर बारिश के साथ हवा चलने से दिक्कत आ सकती है।
किसानों को चिंता यह है कि यदि बारिश ज्यादा होती हैं तो फसल नष्ट तक हो सकती है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 4 लाख 22 हजार 300 हेक्टेयर पर रबी की फसल लगी हुई हैं, जिसमें से गेहूं करीब 2 लाख 20 हजार हेक्टेयर पर किसानों ने लगाया है।
वर्षा मापी केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 8 बजे तक कुक्षी में एक इंच, नालछा व डही में आधा इंच बारिश हुई है। इसी तरह से सरदारपुर, धार मुख्यालय व बदनावर में हल्की बारिश की दर्ज की गई है।
बारिश-तेज हवा से फसलों को होगा नुकसान –
बारिश के बाद तेज हवा चलने से फसलों के जमीन पर लेटने से ही उत्पादन गिर सकता है। वर्तमान के मौसम अनुसार हो रही बारिश से उन किसानों को फायदा मिलेगा, जिन्होंने गेहूं व चने की फसलों में पानी देने की तैयारी कर रखी है। ऐसे किसानों के लिए यह समय अमृत के समान होता है। जिले में 10 जनवरी तक बारिश होती रहेगी, जिसके बाद परिर्वतन होगा।
– डॉ. जीएस गठिये, कृषि वैज्ञानिक, धार