धार। धार जिले में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण लोगों को अपनी चपेट में लेने लगा है। तीसरी लहर को रोकने के लिए लगातार जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ताकि जनता कोई लापरवाही नहीं बरते।
प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग द्वारा नियमित रूप से मास्क ना पहनने वालों पर कार्रवाई भी कर रही है और इसका असर दिखने लगा है। लोग भले ही सैंपलिंग व चालानी कार्यवाही के डर के कारण मास्क पहनने लगे हैं।
भारत के कई राज्यो में कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। कोरोना ने पिछली दो लहरों में धार जिले के कितने परिवारों को उजाड़ दिया व आर्थिक रूप से कितनी हानियां यहां के रहवासियों को अब तक सहना पड़ रहा है यह किसी से छुपा नहीं है।
इतना बुरा समय देखने के बाद भी कुछ ऐसे लोग आज भी हैं जो अपनी लापरवाही से ना केवल खुद को खतरे में डालते हैं बल्कि अपने परिवार, समाज व शहर के लोगों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं।
भारत सरकार द्वारा बार-बार कोरोना की अगली भयावह व तीसरी लहर के बारे में चेतावनी दी जा रही है लेकिन लापरवाह लोग उस चेतावनी को नज़रंदाज़ कर रहे हैं। वहीं, कलेक्टर आलोक कुमार सिंह के दिशानिर्देशों के अनुसार जिला प्रशासन धार शहर व जिले में अपनी पूरी ताकत से इस लहर को आने से रोकने में लगा हुआ है।
निरंतर चल रही मुस्तैदी के बीच बुधवार को इंदौर नाका चौराहा धार शहर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेन्द्र चौधरी व जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ संजय भंडारी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग व पुलिस विभाग के संयुक्त समन्वय से क्वारेंटाइन प्रभारी डॉ. कल्याण सिंह जादौन, सैंपलिंग टीम के नोडल डॉ. बीएल विंद, आरती कौशल, शकुंतला सोलंकी द्वारा सैंपलिंग कार्य किया गया।
पुलिस विभाग की टीम एडिशनल एसपी देवेन्द्र पाटीदार के नेतृत्व में एसआई अतुल जोशी व टीम द्वारा मास्क ना पहनने वालों पर बड़ी कार्यवाही की गई। बिना मास्क लगाए 100 लोगों के कोविड सैंपल लिए गए व चालानी कार्यवाही की गई।