धार। कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का रुप होते हैं, यह बात कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी कर रहे स्वास्थ कर्मचारियों ने साबित करके दिखाई है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद मैं स्वयं अपने आप को डरा हुआ महसूस कर रहा था, किंतु कोविड आईसीयू में आने के बाद स्टाफ ने सबसे पहले मेरे डर को समाप्त किया। इसके बाद मेरा उपचार शुरू हुआ। डॉक्टर के बताए गए सभी नियमों का पालन किया व समय पर दवाई ली। इसी का नतीजा है कि मौत के मुंह से बचकर अपने घर की ओर जा रहा हूं।
उक्त बातें बुधवार को कोविड आईसीयू से स्वस्थ होकर अपने घर की ओर जा रहे मरीजों ने कही। गौरतलब है कि जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर दिन प्रतिदिन घातक साबित हो रही है। आम लोगों की लापरवाही का नतीजा है कि हर दिन 150 से अधिक लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हो रही है। बढ़ते मरीजों के बीच जिले का स्वास्थ्य विभाग भी दिन-रात मेहनत कर मरीजों की सेवा करने में लगा हुआ है।
कोरोना पर जीत के लिए तीन मुख्य बातें जरूरी –
कोविड झोन में मरीजों के भर्ती होने के साथ ही उन्हें समय पर उपचार से लेकर ऑक्सीजन दी जा रही हैं। साथ ही मरीजों को कोरोना से जंग जीतने के लिए तीन मुख्य बातें भी ध्यान रखने के लिए कही जा रही है जिसमें मरीज को सबसे पहले धैर्य व संयम रखने के लिए कहा जा रहा है।
आमतौर पर यह देखने में आ रहा है कि कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव होने के बाद सीधे घबराते हुए अस्पताल पहुंच रहा है। ऐसे में उसे संयम व धैर्य रखने की आवश्यकता है।
साथ ही आईसीयू के नियमों का पालन करने के लिए कहा जाता है।
मरीज को ऑक्सीजन मास्क भी पूरे समय लगाकर रखने के लिए कहा जा रहा है तथा मरीज के भर्ती होने के साथ ही विश्वास भी दिलाया जा रहा है कि जल्द ही स्वस्थ होकर घर की ओर लौटेगा।
उसे अस्पताल की नर्स से लेकर डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ पर भरोसा रखना होगा। इन तीन बातों के माध्यम से मरीज का आत्मबल बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
आईसीयू से स्वस्थ होकर घर लौट रहे कई मरीज –
जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. संजय भंडारी ने बताया कि कोविड आईसीयू से बुधवार को भर्ती मरीजों में से मोहम्मद युनूस, सरोज बाई व पुना बाई को पूर्णत: स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है।
पिछले चार दिनों से कई मरीज आईसीयू से स्वस्थ होकर लौटे हैं। कोविड आईसीयू का स्टाफ दिन-रात मेहनत कर मरीजों को उपचार दे रहा है। पिछले सात दिनों में 1013 लोगों ने कोरोना से जंग जीती है।
हालांकि, इनमें से कई लोग होम आइसोलेशन में थे व घर पर ही डॉक्टरों की निगरानी में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। विभाग के बुलेटिन के अनुसार 14 अप्रैल को 44 लोग, 15 अप्रैल को 211 लोग, 16 अप्रैल को 108 लोग, 17 अप्रैल को 104 लोग, 18 अप्रैल को 131 लोग, 19 अप्रैल को 154 लोग व 20 अप्रैल को 203 लोग स्वस्थ हुए हैं। इसके साथ ही लगातार लोग स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों की टीम दिन-रात मैदान में –
प्रशासन के आला अधिकारी मैदान में उतर कर कोरोना महामारी को लेकर हर वक्त सतर्क नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरे अधिकारी भी कलेक्टर से सीख रहे हैं क्योंकि कलेक्टर आलोक कुमार सिंह महामारी के दौर में रात को भी फोन रिसीव करते हैं।
वे आम से लेकर खास तक के कॉल उठाकर चर्चा करते हैं। वहीं, एडीएम सलोनी सिडाना भी किसी भी मरीज के परिजन द्वारा संपर्क करते ही तुरंत सज्ञान में लेकर मरीजों की समस्याओं का समाधान करवाती हैं।
जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. संजय भंडारी भी हर वक्त मरीजों की मदद में लगे रहते हैं।