जिला मुख्यालय पर निर्माणाधीन नए कलेक्टर भवन का कार्य तेज़ी से प्रगति पर है। जनता और प्रशासन को लंबे समय तक इसका इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बुधवार को दूसरी बार भवन का दौरा कर निर्माण कार्य की गुणवत्ता और प्रगति का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि निर्माण कार्य को तय समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
इस निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ अभिषेक चौधरी, अपर कलेक्टर अश्विनी कुमार रावत और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
भवन निर्माण की जानकारी
नए कलेक्टोरेट भवन की प्रशासकीय स्वीकृति 31 करोड़ 89 लाख रुपये में दी गई है। इस परियोजना को 25 अगस्त 2023 को मंजूरी मिली थी। भवन निर्माण का ठेका गुजरात की भूमि प्रोकान प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है, जिसे 24 माह में निर्माण कार्य पूरा करना है।
यह भवन तीन तल पर बनाया जा रहा है:
पार्ट-A: प्रथम तल का छत निर्माण प्रगति पर है।
पार्ट-B: स्ट्रक्चर कार्य पूरा हो चुका है और जुड़ाई कार्य प्रगति पर है।
पार्ट-C: प्लीथ स्तर का कार्य जारी है।
गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
कलेक्टर मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि भवन की सही ढंग से तराई (क्योरिंग) की जाए, ताकि निर्माण सामग्री मजबूत हो और भविष्य में लीकेज या सीलन की समस्या न आए। मिश्रा ने कहा कि किसी भी कोने में निर्माण दोष नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह भवन प्रशासनिक कार्यों के लिए एक प्रमुख केंद्र होगा, इसलिए इसे सभी मानकों के अनुरूप बनाया जाना चाहिए।
सहायक कलेक्टर करेंगे निगरानी
कलेक्टर मिश्रा ने निर्माण कार्य की नियमित निगरानी की जिम्मेदारी सहायक कलेक्टर वसीम बट को सौंपी, जो कि एक सिविल इंजीनियर भी हैं। उन्होंने कहा कि सहायक कलेक्टर नियमित रूप से निर्माण की प्रगति और सामग्री की गुणवत्ता की जांच करेंगे।
कलेक्टर मिश्रा ने निर्माण स्थल पर काम कर रहे श्रमिकों से भी बातचीत की और उनकी सुरक्षा एवं सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्य पर प्रशासन गंभीर
प्रशासन इस भवन को तय समयसीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ तैयार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह भवन धार शहर के प्रशासनिक कार्यों को सुविधाजनक बनाने के साथ ही एक नई पहचान देगा।