धार। हरियाली अमावस्या यूं तो पेड़ों के संरक्षण और नए पौधारोपण के लिए जानी जाती है। इस दिन स्नान दान का भी बड़ा महत्व होता है, लेकिन धार शहर में इसके उलट एक भाजपा नेता ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर हरे-भरे पेड़ पर आरी चलाते हुए उसे नेस्तनाबूद कर दिया।
भाजपा नेता ने पेड़ की छंटाई के नाम पर सरकारी कागज तो हथिया लिया, लेकिन उसकी आड़ में पूरा पेड़ ही काट दिया। अब मामला उजागर होने के बाद भाजपा नेता पेड़ के ट्रांसप्लांट की दुहाई देता फिर रहा है और खुद को पाक-साफ बता रहा है।
यह पहला मामला नहीं है जब भाजपा नेता ने पेड़ों की बलि दी हो, इसके पूर्व भी क्वींस पार्क कॉलोनी के सामने कॉलोनी निर्माण में आड़े आ रहे पेड़ों को भाजपा नेता ने बाले-बाले कागज में हेराफेरी कर कटवा दिया था जिसके बाद प्रशासन ने अपनी कार्रवाई करते हुए भाजपा नेता पर जुर्माना लगाया था।
यह है मामला –
शहर के रघुनाथपुरा में मौजूद एक प्राइम लोकेशन की प्रॉपर्टी हाल ही में भाजपा नेता साकेत अग्रवाल ने खरीदी है। करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी में एक नीम का पेड़ भी मौजूद था।
जिस तरह चांद में दाग होता है, उसी तरह इस प्रॉपर्टी में भाजपा नेता को यह पेड़ दाग की तरह नजर आ रहा था। इसके चलते उसने अधिकारियों से सांठगांठ की और पेड़ की छंटनी करवाने के नाम पर अनुमति हासिल की।
इसके बाद उसने पेड़ को कटवा दिया। पेड़ कटवाने के बाद सिर्फ उसका तना ट्रांसप्लांट के नाम पर लालबाग में गड्ढा खोदकर लगाया गया है, जिसके दोबारा हरा-भरा होने की उम्मीद लगभग ना के बराबर है।
खुद ने ही कर दिया ट्रांसप्लांट –
पेशे से सराफा व्यापारी और कॉलोनाइजर के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले भाजपा नेता अग्रवाल ने अपनी काबिलियत दिखाते हुए पेड़ का ट्रांसप्लांट कर दिया। अब उनकी काबिलियत का नमूना कितने दिन दम भर पाता है, यह भविष्य में ही देखने को मिलेगा।
पहले भी काट दिए थे पेड़ –
यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा नेता अग्रवाल ने पेड़ों की कटाई करवाई हो। इसके पूर्व वर्ष 2021 में भी क्वींस पार्क कॉलोनी के सामने कॉलोनी में बाधक बन रहे पेड़ों को भाजपा नेता अग्रवाल ने बाले-बाले कटवा दिया था।
इसमें तत्कालीन एसडीएम एसएन दर्रों ने भाजपा नेता अग्रवाल पर 50 हज़ार का जुर्माना लगाया था। अब देखना होगा कि क्या इस बार भी प्रशासन सख्त कार्रवाई करता है या फिर सप्ताह के संरक्षण में मौन स्वीकृति देकर भाजपा नेता को बचा लेगा।
ध्यान रहे चिटनीस चौक में मकान की खुदाई के दौरान निकली सोने की गिन्नी खरीदने के मामले में भी कोतवाली पुलिस ने साकेत अग्रवाल को आरोपी बनाया था।
कार्रवाई की बजाय पत्रकार पर झल्ला रहे इंजीनियर –
इस पूरे मामले में नगरपालिका भाजपा नेता के संरक्षण में नजर आ रही है। विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि पेड़ों की कटाई में भाजपा नेता को छंटनी करने की अनुमति दी गई थी जबकि वर्तमान में पेड़ काट काट दिया गया है।
जब इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी नगर पालिका के असिस्टेंट इंजीनियर संजय मराठा से बात की तो पहले तो वह अनुमति देखने की बात कहते हुए पत्रकारों को ही फोन पर कहते सुनाई दिए कि यह पत्रकार क्यों इतरा रहे हैं।
इससे नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी मराठा की भाजपा नेता के प्रति समर्पण की भावना नजर आती है जो पर्यावरण और सिविल सेवा नियम पर भी सवाल खड़े करता है।
अब देखना होगा कि क्या प्रशासन की तरफ से भाजपा नेता अग्रवाल पर पेड़ों को नुकसान पहुंचाने और असिस्टेंट इंजीनियर मराठा पर अनुशासनहीनता को लेकर कोई कार्रवाई होती है?
जानकारी लेकर विधि सम्मत कार्रवाई करेंगे –
रघुनाथपुरा में पेड़ कटाई का मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है, जानकारी लेकर इसमें विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी – दीपश्री गुप्ता, एसडीएम, धार
कार्रवाई होगी –
पेड़ कटाई का मामला आपके द्वारा संज्ञान में आया है, इसमें उचित कार्रवाई की जाएगी – निशिकांत शुक्ला, सीएमओ, नगरपालिका, धार
अनुमति के बाद किया गया ट्रांसप्लांट –
पेड़ के ट्रांसप्लांट की अनुमति ली गई थी जो विधिवत किया गया है – साकेत अग्रवाल, भाजपा नेता