ईंट भट्टे में इस्तेमाल होने वाले केमिकल में लगी आग, 10 किलोमीटर तक दिखा काला धुंआ


केसूर में बड़नगर रोड स्थित नदी किनारे ईंट भट्टे में इस्तेमाल होने वाले केमिकल में भयंकर विस्फोट के बाद आग लग गया। केमिकल में आग लगने की वजह से पूरे क्षेत्र में घना काला धुंआ ही नजर आने लगा।


आशीष यादव
धार Published On :
dhar-oil-fire

धार/केसूर। केसूर में बड़नगर रोड स्थित नदी किनारे ईंट भट्टे में इस्तेमाल होने वाले केमिकल में भयंकर विस्फोट के बाद आग लग गया।

केमिकल में आग लगने की वजह से पूरे क्षेत्र में घना काला धुंआ ही नजर आने लगा।

इस तरह से घने काले धुंए को देखने के लिए आसपास के गांव के लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए।

हालत यह थी कि 10 किलोमीटर दूर तक यह काला धुंआ साफ-साफ दिखाई दे रहा था।

बताया जा रहा है कि प्लास्टिक के ड्रम में केमिकल भरा था, जो एक के बाद एक जलते चले गए।

कई लोग इतना घना काला धुंआ देखकर हैरान थे और तरह-तरह की बातें बना रहे थे।

ईंट भट्टे पर आग लगने की खबर मिलने के बाद मौके पर सादलपुर पुलिस व हंड्रेड वाहन भी पहुंची। हालांकि, धुंआ खुद ब खुद ही धीरे-धीरे कम हो गया।

करीब पांच बजे हुए विस्फोट के बाद लगे आग के इस नजारे को देखने के लिए छह बजे भी बीजूर, मौलानी कंडारिया, सादलपुर आदि स्थानों से भी लोग पहुंच रहे थे।

इधर केसूर में जैसे ही धुंआ निकला तो लोगों में कोलाहल हो गया और सैंकड़ों की संख्या में लोग जिस ओर से धुंआ निकल रहा था, वे उस ओर देखने के लिए जाने लगे।

केसूर में ईंट भट्टों का बड़ा कारोबार किया जाता है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं देता कि वह ईंट किस तरह से पकाई जा रही है। क्षेत्र में प्रदूषण फैलता रहता है।

केमिकल के द्वारा ईटों को पकाना स्वास्थ्य के लिए भी बेहद हानिकारक है।

सादलपुर थाना प्रभारी विश्वदीप सिंह परिहार ने बताया कि गांववालों के मुताबिक, ईंट भट्टा में जलाने के लिए कोई केमिकल लाया गया था। मामले की जांच की जा रही है।

ईंट पकाने के लिए लाए थे केमिकल –

ईंट पकाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। उस केमिकल के प्लास्टिक ड्रम में आग लग गई थी जिसके कारण धुंआ उठा था। अब स्थिति काबू में है।

– भास्कर गाचले, तहसीलदार, धार


Related





Exit mobile version