धार। मध्यप्रदेश में जोनल रिक्रूटमेंट ऑफिस (जेडआरओ) जबलपुर द्वारा अग्निपथ स्कीम के तहत पहली अग्निवीर भर्ती धार जिले में भर्ती कार्यालय महू द्वारा एक सितंबर से 10 सितंबर तक आयोजित की जा रही है। इसमें अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर क्लर्क, अग्निवीर ट्रेडमैन तथा अग्निवीर टेक्निकल के लिए भर्ती की जाएगी।
भर्ती कार्यालय महू के निदेशक कर्नल बलजीत सिंह ने बताया कि उम्मीदवार फर्जी दस्तावेज लगाकर रैली में शामिल होने का प्रयास करने की कोशिश न करें। भर्ती प्रक्रिया में सतर्कता से काम किया जाता है तथा भर्ती अभियान में पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाती है।
उम्मीदवार फर्जी तरीके से या छेड़छाड़ कर नकली एडमिट कार्ड के जरिये इस भर्ती अभियान में शामिल होने का प्रयास करते हैं तो उन उम्मीदवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें पुलिस के हवाले किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अग्निवीर आर्मी रैली की प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है। अभ्यर्थी को इसके लिए किसी संस्था या कोचिंग सेंटर से जुड़ने की आवश्यकता नहीं है। सेना भर्ती से पूर्व किसी भी प्रकार का कोई ट्रायल भी नहीं करवाती है।
उन्होंने सभी अभ्यर्थियों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी तरह की भर्ती संबंधी अफवाह पर ध्यान न दें और भर्ती के दौरान दलालों से सावधान रहें। यदि किसी प्रार्थी को कोई भी बिचौलिया पैसा लेकर सेना में भर्ती कराने की गारंटी लेता है तो उसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएं।
अपने आप पर पूरा भरोसा रखें क्योंकि उम्मीदवार को ही 1600 मीटर की दौड़, फिजिकल फिटनेस टेस्ट, मेडिकल फिटनेस टेस्ट तथा कॉमन एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है।
सेना में भर्ती के लिए बायोमैट्रिक का इस्तेमाल किया जाता है और अगर कोई भी फर्जी उम्मीदवार भर्ती होने की कोशिश करता है तो उसे पकड़ लिया जाता है। पूरी भर्ती रैली के दौरान सीसीटीवी कैमरा से उम्मीदवारों पर निगरानी रखी जाती है इसलिए कोई भी उम्मीदवार फर्जी तरीके से या गलत काम करके भर्ती होने का प्रयास ना करें।
अगर किसी उम्मीदवार के खिलाफ पुलिस केस दर्ज हो जाता है तो वह उम्मीदवार अपनी जिंदगी में दोबारा सेना में भर्ती नहीं हो सकता। कुछ उम्मीदवार दूसरे राज्यों से आकर फर्जी स्थानीय प्रमाण-पत्र बनाकर रैली में भाग लेते हैं। ऐसे उम्मीदवारों के लिए चेतावनी है कि ऐसे उम्मीदवारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।