भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष जयसूर्या के बिगड़े बोल- वरिष्ठ बोलें कि थाना फोड़ना है तो फोड़ दो


इस तरह का विवादित बयान देने के बाद वे मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। अपने बयानों के कारण विवादों में फंस चुके जयसूर्या बचावी दलील ढूंढने में लगे हैं। इस मामले में जिले के वरिष्ठ नेता भी कुछ नहीं बोल रहे हैं।


आशीष यादव
धार Published On :
jayasuriya dhar bjym

धार। जहां एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को सजा देने के लिए कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देकर कार्रवाई करने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर उनके नेता ही भाषण देकर कार्यकर्ताओं को तोड़-फोड़ के लिए उकसाते नजर आ रहे हैं।

रचनात्मक राजनीति और गतिविधियों से जिले में अन्य राजनैतिक दलों के युवा संगठनों के तुलनात्मक बेहतर पहचान बनाने वाला भारतीय जनता युवा मोर्चा की छवि नव जिलाध्यक्ष के बयानों से धूमिल हो रही है।

जिलाध्यक्ष पद पर कुछ दिनों पूर्व नियुक्त हुए जयसूर्या युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के लिए ‘नया बौद्धिक’ लेकर आए हैं। इस बौद्धिक ज्ञान का सार यह है कि झंडे लगाने से लेकर थाने फोड़ने तक का कोई भी ‘आदेश’ हमारे नेताओं का हो, उसका पालन करना ही युवा मोर्चा का काम है।

इस तरह का विवादित बयान देने के बाद वे मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। अपने बयानों के कारण विवादों में फंस चुके जयसूर्या बचावी दलील ढूंढने में लगे हैं। इस मामले में जिले के वरिष्ठ नेता भी कुछ नहीं बोल रहे हैं।

भाजयुमो जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्त हुए जयसूर्या का जगह-जगह स्वागत कार्यक्रम का दौर चल रहा है। कुछ दिनों पहले ही धार में युवा संसद के कार्यक्रम के दौरान पोस्टर, बैनरों के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर चुके हैं।

शुक्रवार को धरमपुरी में स्वागत समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंचासीन वरिष्ठ नेताओ की ओर इशारा करते हुए कार्यकर्ताओं को यह बात कही। इस बयान के बाद जिलेभर में जयसूर्या की किरकिरी हो रही है। जयसूर्या का बयान ऐसे समय पर आया है जब पंचायत चुनाव की तैयारियों में भाजपा संगठन व्यस्त है।

पहले भी आए हैं बयान –

भाजपा में जयसूर्या जैसे अतिउत्साही युवा ही विवादित बयान नहीं दे रहे हैं। इसके पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अनंत अग्रवाल भी चुनाव जीतने के लिए हर स्तर पर कार्यकर्ताओं को जाने की सलाह दे चुके हैं।

उस दौरान अग्रवाल ने थाने में घुसकर एफआईआर फाड़ देने का विश्वास भी कार्यकर्ताओ को दिलाया था जिसके बाद कांग्रेस की शिकायत पर प्रकरण भी कोर्ट में चला था।

बता दें कि पूर्व युवा मोर्चा महामंत्री थे। कुछ दिनों पूर्व ही इनको भाजपा युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाया गया है। जिला अध्यक्ष बनने के कुछ दिन बाद ही जिला मुख्यालय पर इनका प्रथम आगमन हुआ था। उस दौरान शहर भर में होर्डिंग्स से शहर की खूबसूरती की फिजा बिगाड़ दी थी। सूत्रों के मुताबिक, जयसूर्या को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का करीबी बताया जाता है।

समझाएंगे कि ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक गतिविधियों में लगाएं –

यह भाजपा की संस्कृति नहीं है। मुझे भी इस बात की जानकारी लगी है। भाजपा की संस्कृति नहीं है थाने फोड़ने जैसी बातें कहना। संभवत: भाजयुमो जिलाध्यक्ष जयसूर्या का भाव कार्यकर्ताओं को कुछ और समझाने का रहा हो। प्रस्तुतिकरण में कुछ अप्रिय विवादित दलील दे गए हों। वह नव ऊर्जा से परिपूर्ण जिलाध्यक्ष हैं। उन्हें समझाएंगे कि ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक गतिविधियों में लगाएं। कार्यकर्ताओं को रचनात्मक उदाहरण के माध्यम से अपनी बात समझाएं।

– राजीव यादव, जिलाध्यक्ष भाजपा, धार

कांग्रेस इस तरह के सोच-विचारधारा की करती है निंदा –

जिस तरह किसानों को गाड़ियों से रौंदने वालों को शीर्ष नेताओं द्वारा बचाया जा रहा है। उसके बाद इस तरह के बयान भाजपा की ओर से आना कोई आश्चर्यजनक नहीं है। उनके नेता शायद इसी तरह के आदेश देते हैं इसलिए जयसूर्या ने अपनी युवा टीम को यह बात कही है। कांग्रेस इस तरह के सोच-विचारधारा की निंदा करती है।

– दीपेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रवक्ता, युवक कांग्रेस


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