मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी पांचवी सूची जारी कर दी है। सूची में धार से नीना विक्रम वर्मा, मनावर से शिवराज कन्नौज और सरदारपुर से वेलसिंह भूरिया को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना बघेल का मनावर से टिकट काटा गया है। सूची जारी होने के बाद जिले में प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है।
विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 92 प्रत्याशियों की 5 वीं लिस्ट जारी कर दी है। जिले की तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के बाद अब सातों विधान सभा सीट पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है। शनिवार को जारी की लिस्ट में पूर्व उपमुख्यमंत्री जमना देवी को हराने वाली रंजना बघेल का टिकट ना मिलने से नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात की जा रही है। वहीं रंजना ने कहा कि कार्यकर्ता कहेंगे तो मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगी, वे यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय पर भी आरोप लगाए और कहा कि मेरा मनावर से टिकट कटवाने में विजयवर्गीय का भी हाथ है।
धार-नीना विक्रम वर्माः धार सीट से चौथी बार चुनाव लड़ने वाली नीना वर्मा पर फिर से पार्टी ने भरोसा जताया व टिकट दिया है बता दें कि नीना वर्मा के पति विक्रम वर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के गद्दार नेताओं में से एक माने जाते हैं वहीं नीना वर्मा की उम्र 56 वर्ष है। उनकी शिक्षा बीए शिक्षा की है 2008 से अब तक धार सीट में वर्मा परिवार का कब्जा है। नीना वर्मा जाट समाज से आती हैं। उनके साथ-साथ उनके पति की भी जमीनी स्तर के लोगों से मजबूत पकड़ है। वर्मा अपने राजनीतिक जीवन में साफ सुथरी छवि वाली विधायक मानी जाती हैं हालांकि उनके सर्मथकों के साथ ऐसा नहीं है।
सरदापुर-वेलसिंह भूरियाः सरदारपुर पूर्व विधायक का पिछली बार टिकट काटा गया था लेकिन इस बार फिर से पार्टी ने उन पर भरोसा कर मैदान में उतारा है। वेलसिंह भूरिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र जीवन से की थी । उन्होंने शिक्षा बीए. एल.एल.बी पढ़ाई की है वहीं भूरिया अपने बयानों से हर बार चर्चाओं में रहते हैं। बता दें कि भूरिया की पकड़ जमीनी स्तर पर अच्छी है।
मनवार- शिवराज कन्नौजः इस बार मनावर से भाजपा ने प्रत्याशी बदलकर जिला पंचायत सदस्य शिवराम कन्नौज पर भरोसा जताते हुए उनको चुनावी मैदान में उतारा वहीं इस सीट पर पिछले कई दशकों से पूर्व शिक्षा मंत्री रही रंजना बघेल का दबदबा था मगर इस बार पार्टी ने उनका टिकट काटकर युवा चेहरे को मौका दिया है। वहीं कन्नौज के पिता भाजपा के हिंदूवादी छवि वाले नेताओं में से एक थे। शिवराम ने शिक्षा में B.Tech engineer की हुई है। उनका व्यवसाय खेती किसानी है।
कांग्रेस के कुलदीप बुंदेला भी भरेंगे निर्दलीय फॉर्म: कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे मोहन सिंह बुंदेला के पुत्र कुलदीप इस बार विधानसभा चुनाव की दौड़ में थे मगर पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया जिसके कारण वह अब 26 तारीख को निर्दलीय फॉर्म भरेंगे क्योंकि लगातार बुंदेला को पिछले तीन बार से टिकट नहीं देते हुए आश्वासन दे रही थी। बुंदेला ने अपने सभी पदों से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बुंदेला ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पैसे से टिकट मिल रहे हैं और वे निचले स्तर का कार्यकर्ता हैं, मेरे कोई दो नंबर के धंधे नहीं है और ना ही मैं उद्योगपति हूं इसलिए मुझे टिकट नहीं दिया गया मेरे साथ हजारों कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी छोड़ रहे हैं जो मेरे साथ हैं।