जैसे-जैसे परीक्षा पास आ रही है वैसे वैसे परीक्षा की तैयारिया भी पूर्ण हो रही है वहीं बच्चे भी अपनी परीक्षा को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा को अब कुछ दिन ही शेष रह गए है। ऐसे में शिक्षा विभाग अब परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। बीते वर्षों की अपेक्षा इस बार नकल पर नकेल कसने के लिए विभाग द्वारा काफी अपडेट किए गए है। जिनमें से एक बड़ा अपडेट कलेक्टर प्रतिनिधि की हर परीक्षा केंद्र पर उपस्थिति है। जिसकी ही निगरानी में पूरी परीक्षा संपन्न कराई जाएगी।
दरअसल, नए निर्देश के अनुसार कलेक्टर की निगरानी में इस बार परीक्षा होगी। इसके लिए कलेक्टर को हर केंद्र के लिए अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने होंगे। जो केंद्र पर प्रश्नपत्र उठाव से लेकर वितरण तक की व्यवस्था को देखेंगे और कम से कम एक घंटा तक परीक्षा केंद्र पर ही मौजूद रहेंगे। इस बीच यदि कोई गड़बड़ी होती है तो उन्हें ही पहला जिम्मेदार माना जाएगा। परीक्षा प्रभारी मनीष रघुवंशी ने बताया कि परीक्षा की तैयारी अंतिम चरण में है। हर परीक्षा केंद्र पर तैयारियों के संबंध में निर्देश दिए जा रहे है। साथ ही नई व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों के मार्गदर्शन में काम किया जा रहा है।
तीन घंटे के पहले केंद्र से बाहर नही जा सकते बच्चे: आमतौर पर जब माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की परीक्षा होती हैं तो पेपर पूरा होने के दौरान 2 घंटे बाद विद्यार्थी को केंद्र से बाहर आने की मंजूरी रहती है। पेपर पूरा होने के बाद विद्यार्थी चाहे तो अपने घर जा सकता है, लेकिन नकल रोकने के लिए इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल – बोर्ड लगातार सख्त कदम उठाता जा रहा है। इस बार की परीक्षा में पेपर पूरा होने के बाद भी जब तक तीन घंटे पूरे नहीं होंगे बच्चों को केंद्र से बाहर आने की मंजूरी नहीं रहेगी। प्रश्न-पत्र लेकर बच्चे तीन घंटे बाद ही जा सकेंगे।
पुलिस को हो तुरंत शिकायत: जिला शिक्षा विभाग ने अपील की है इंटरनेट मीडिया पर पेपर लीक की भ्रामक सूचना देता है तो पुलिस में शिकायत करें। बोर्ड परीक्षा के प्रश्न-पत्र ए, बी, सी, डी सेट में तैयार किए गए है। पेपर में पूछे गए प्रश्न एक जैसे होंगे मगर क्रम अलग रहेगा। परीक्षा कक्ष में छात्र बैठक व्यवस्था 20-40-60 के रूप में होगी। पहली पंक्ति में बैठे छात्र को तय सेट का पहला पेपर, इसके बाद बी, सी, डी, दूसरी पंक्ति के पहले छात्र को तय सेट का पहला पेपर दिया जाएगा। तीसरी व चौथी रो में तय सेट के पेपर से शुरुआत होगी।
मोबाइल परीक्षा हॉल में प्रतिबंधित: परीक्षा हाल में गैजेट्स लेकर कोई भी छात्र नहीं जाएगा। इसके लिए पहले ही जांच की जाएगी और पूरी जांच पड़ताल के बाद ही छात्र को परीक्षा हाल में प्रवेश दिया जाएगा। केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि की देखरेख में ही प्रश्न पत्र का बाक्स खोला जाएगा। प्रश्न पत्र खोलने से पहले केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक व अन्य स्टाफ के मोबाइल स्विच आफ कराए जाएंगे तथा इन मोबाइल को अलमारी में बंद कर सील कर देंगे, जो परीक्षा समाप्ति के बाद ही मिलेंगे।
दो से अधिक विषय में नकल प्रकरण बना तो सभी विषयों का रिजल्ट होगा निरस्तः जानकारी के अनुसार मूल्यांकन केंद्र पर उत्तर पुस्तिका की जांच के दौरान केंद्र की कम से कम 10 कॉपियों में हल किए एक तिहाई उत्तर, एक ही भाषा शैली में, एक ही तरीके से लिखे हो तो सामूहिक नकल की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे छात्रों की सभी विषयों की कॉपी जांची जाएगी। सामूहिक नकल पाए जाने पर सभी विषयों का रिजल्ट निरस्त किया जाएगा। यही एक्शन एक ही कॉपी में एक से अधिक हैंडराइटिंग पाए जाने पर होगा।
फ्लाइंग स्क्वॉड परीक्षा केंद्रों पर नजर रखेगा: इधर, जिले में बनाए गए सभी 101 परीक्षा केंद्रों के लिए अध्यक्ष और सहायकों की भी नियुक्ति होंगे।सहायक संचालक आनंद पाठक के अनुसार बोर्ड की परीक्षा छात्र की वास्तविक बौद्धिक क्षमता की परीक्षा होती है। सामान्य प्रश्न पूछे जाते हैं जिनके उत्तर देकर छात्र आसानी से पास हो सकते हैं और अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते हैं। कामयाब बनना है तो नकल छोड़नी चाहिए। इस बार मंडल की फ्लाइंग स्क्वॉड परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण करेंगे। इन स्क्वॉड में 3 से 4 सदस्य रहेंगे। इस बार बोर्ड एक्स्ट्रा तैयारियां भी कर रहा है। जिले में बनाए गए पर्यवेक्षक भी परीक्षा केंद्रों का दौरा कर निरीक्षण करेंगे। बता दें कि इस बार जिले में 101 परीक्षा केंद्र लगभग 49 हजार बच्चे परीक्षा देगे। इनमें प्राईवेट के 3 केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।
एप्प से करेंगे काम, उपस्थिति भी होगी दर्ज: कलेक्टर प्रतिनिधि का काम पूरी तरह डिजिटल होगा। प्रतिनिधि को बोर्ड द्वारा भेजी गई एक लिंक से कनेक्ट किया जाएगा। इस लिंक इंस्टॉल एप्प के माध्यम से ही पूरा काम होगा। एप्प से ही प्रतिनिधि की उपस्थिति दर्ज होगी। थाने से प्रश्नपत्र उठाव, परीक्षा केंद्र पर पहुंचने और वितरण की टाइमिंग भी एप्प से ही अपलोड होगी। इसके अलावा एक घंटे परीक्षा केंद्र पर रहने के बाद चेकआउट भी एप्प से ही होगा। जो लोकेशन के आधार पर काम करेगा। वीसी के माध्यम से इस संबंध में प्रशासनिक और जिला शिक्षा अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी हैं। एप्प का लिंक जल्द उपलब्ध होगा। चयनित प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मास्टर्स द्वारा उन्हें एप्प के संबंध में जानकारियां समझा दी जाएंगी। साथ ही उन्हें आने वाली समस्याओं का भी मौके पर ही निराकरण किया जाएगा। इससे संबंधित एक हेल्पलाइन टीम भी बनाई जाएगी। जो तत्काल समस्या का समाधान करेगी।
जिले में 15 केंद्रों को संवेदनशील-अतिसंवेदनशील की सूची में शामिल किया गया है। जिसमें भोज कन्या धार, क्रमांक 02 धार, तो धरमपुरी, गंधवानी, नालछा, निरसरपुर, बाग, बाकानेर,कुक्षी, सरदारपुर,डही,मनावर, बदनावर, सरदारपुर को शामिल किया गया है। जिले में परीक्षा को लेकर जिला स्तरीय व अनुभागीय व उड़न दस्तों का गठन किया जाना है जो परीक्षा केंद्रों पर नजर बनाए रहेंगे की कोई अप्रिय घटना ना घटित हो।
कलेक्टर ने सुनी मन की बात : मन की बात में पीएम मोदी ने विद्यार्थियों से की परीक्षा पे चर्चा, कलेक्टर और एसपी ने भी विद्यार्थियों के साथ बैठकर सुनी चर्चा स्थानीय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रधानमंत्री के मन की बात के तहत परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को ऑनलाइन प्रोजेक्टर के माध्यम से सुना। कार्यक्रम में धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी मनोजकुमार सिंह ने भी विद्यालय के बच्चो के साथ बैठ कर परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम सुना। कलेक्टर धार ने सभी बच्चो को परीक्षा की तैयारी के लिए मार्गदर्शन दिया। और बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी बच्चो ने हिस्सा लिया।
तैयारी पूरी कर ली गई है:
परीक्षा को लेकर तैयारियां पूरी कर की गई है। वही परीक्षा को लेकर की प्रकार की असुविधा बच्चो को नही होगी। वही जिलेभर में परीक्षा के लिए 101 केंद्रों में बच्चो की बैठने की व्यवस्था की है लगभग 49 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में भाग लेंगेः
ब्रजकांत शुक्ला सहायक आयुक्त धार
किसी भ्रम में नहीं आए बच्चेः
चार सेट में प्रश्न पत्र आएंगे जो कलेक्टर प्रतिनिधि के समक्ष ही बाक्स खोला जाएगा। यह सेट परीक्षा हाल में नियमानुसार ही वितरित होंगे। जिससे कोई नकल ना कर सके। परीक्षा अवधि पूरी होने पर ही प्रश्न पत्र परीक्षा हाल से बाहर ले जाने दिया जाएगा। छात्र किसी भी भ्रामक सूचनाओं पर भरोसा ना करें, उसकी शिकायत माता पिता व पुलिस में करेंः
लक्ष्मण देवड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी