शहर की ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में एएसआई द्वारा सर्वे किया जा रहा है। 50वें दिन का सर्वे शुक्रवार को पूरा हुआ। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने शुक्रवार को दो स्थानों पर सर्वे किया। उत्तरी हिस्से में टीम ने खुदाई का काम आगे बढ़ाया। वहीं भोजशाला के भीतर भी दीवार की नींव जानने के लिए की जा रही खुदाई जारी रही।
बताया जा रहा है कि अब तक दीवार की 12 फीट तक खुदाई हो चुकी है। शुक्रवार को सदस्यों ने दो मिट्टी हटाई। हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को 50 वें दिन का सर्वे पूरा हुआ। इस दौरान टीम ने दो स्थानों पर काम किया है। शुक्रवार होने की वजह से दोपहर तक ही सर्वे चला।
संस्था अध्यक्ष सर्वे में होंगी शामिल
संस्था हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और भोजशाला प्रकरण की याचिकाकर्ता रंजना अग्निहोत्री 11 मई को धार प्रवास पर आएंगी। प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष गोयल ने बताया कि भोजशाला का प्रकरण उच्च न्यायालय इंदौर खंडपीठ में याचिका क्रमांक 10497 को मई 2022 में रंजना अग्निहोत्री, आशीष जनक, आशीष गोयल, सुनील सारस्वत, मोहित गर्ग ने ही दाखिल किया था। इस पर 5 फरवरी 2024 को इसी याचिका अंतर्गत मूल याचिकाकर्ताओं ने भोजशाला के वैज्ञानिक सर्वेक्षण की मांग की। इस पर न्यायालय ने आगामी कार्रवाई करते हुए 11 मार्च को वैज्ञानिक सर्वेक्षण का आदेश दिया और इसी प्रकरण में 1 अप्रेल को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वेक्षण का आदेश यथावत रखा है। 29 अप्रेल को हाईकोर्ट ने एएसआई के आवेदन पर 8 सप्ताह का समय वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए बढ़ाया है।
याचिकाकर्ता गोयल ने बताया इंदौर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की तरफ से पैरवी हरिशंकर जैन, विष्णु शंकर जैन, रंजना अग्निहोत्री, गुरुमूर्ति, पार्थ यादव, विनय जोशी कर रहे हैं। याचिकाकर्ता अग्निहोत्री भोजशाला के सर्वेक्षण के 51वें दिन 11 मई शनिवार को सहभागिता करेगी। बता दें कि अग्निहोत्री ने श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी और श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा के लिए भी कानूनी लड़ाई लड़ी है। इसके पहले भी वे गत माह तीन दिन के प्रवास पर धार आ चुकी है।