आधार अपडेट के लिए दरबदर भटक रहे आवेदक, घंटों लाइन में लगने पर भी नहीं हो रहा काम


आधार कार्ड बनाने व अपडेट करवाने के लिए पूरे जिले में कागज पर तो 90 सेंटर्स हैं, लेकिन हकीकत में इनमें से कई सेंटर बंद पड़े हैं।


आशीष यादव
धार Published On :
aadhaar update center

धार। केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना आधार कार्ड जिसके लिए आवेदक दरबदर भटकना पड़ रहा है। स्कूलों के चालू होने के साथ ही अन्य कार्यों के लिए आधार जरूरी है। इसके बिना सब जनता निराधार है और इस समय आधार अभिभावकों के लिए परेशानी बना हुआ है।

अपने बच्चों के आधार कार्ड बनवाने या अपडेट करवाने के लिए अभिभावकों को यहां से वहां दौड़ लगानी पड़ रही है। शिवराज सरकार की सीएम लाडली बहना योजना के लिए भी कई महिलाएं आधार कार्ड को अपडेट करवाने के लिए आ रही हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर आंख मूंद कर बैठे हैं।

कोई इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। जनता तेज धूप में परेशान हो रही है तो अधिकारी एसी रूम में बैठे हैं। चुनावी साल होने के बाद भी जनता परेशान हो रही है। इस तरह की दिक्कत जिला मुख्यालय के साथ-साथ जिलेभर में आधार कार्ड सेंटरों में देखने को मिल रही है।

अपडेशन के साथ नया आधार कार्ड बनाने वाले आवेदक परेशान हो रहे हैं क्योंकि जिले में 25 लाख जनसंख्या पर मात्र 90 सेंटर्स हैं जो पर्याप्त नहीं हैं। जो सेंटर हैं भी उनमें से भी कई सेंटर बंद पड़े हैं।

जिला मुख्यालय पर भी आधार कार्ड सेंटर के हाल बेहाल हैं क्योंकि कई दिनों से लोक सेवा केंद्र का सेंटर बंद पड़ा जिससे सैकड़ों आवेदकों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है लेकिन इस ओर कोई जिम्मेदार ध्यान देने को तैयार नहीं है।

जिले में अन्य कई सेंटर भी बंद हैं जिससे जिले के हजारों लोगों के साथ अभिभावक अपने बच्चों के आधार कार्ड बनाने और अपडेट करने के लिए परेशान हो रहे हैं।

जिलेभर के सेंटरों के हाल बेहाल –

कहने को जिले में 90 सेंटर्स हैं मगर जमीनी स्तर में कुछ ही सेंटरों पर सही तरीके से काम से अपनी जिम्मेदारी समझकर काम कर रहे हैं। जिन सेंटरों में आधार बन रहा है। इसके सामने सुबह से ही लोग कतार बना कर खड़े हो जा रहे हैं।

ग्रामीण इलाकों से लोग सुबह से ही शहरी इलाकों में जाकर अपना नंबर लगा रहे हैं, लेकिन प्रशासन इनके लिए चिंतित नहीं है। पोस्ट ऑफिस खुलने के पहले लोग ऑफिस के सामने अपना नंबर लगा रहे हैं।

10 बजे से टोकन के रूप में फॉर्म बांटे जा रहे हैं, लेकिन फॉर्म के बाद भी कई लोग बैरंग लौट रहे हैं। दिन भर में एक सेंटर में मात्र 25-30 आधार कार्ड का काम ही हो पा रहा है और कई आवेदकों को दूसरे दिन बुलाया जा रहा है जबकि हर रोज सैकड़ों लोग कतार में लग रहते हैं।

कई सेंटर कभी बंद तो कभी चालू –

लोक सेवा केंद्र पर पिछले कई महीनों से आधार कार्ड का काम बंद है। विभाग दावे कर रहा है कि जिले में सौ फीसदी आधार कार्ड बन चुके हैं। बीएसएनएल, बैंक, पोस्ट ऑफिस, जनजातीय विभाग के सेंटरों के बाहर सुबह से लेकर शाम 6 बजे से ही आधार कार्ड के लिए लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन स्कूल स्तर पर आधार कार्ड बनाए जाने के आदेश हैं।

जिले में सेंटर चयनित हैं उनमें ही आधार कार्ड का काम किया जा रहा है, लेकिन स्कूलों में आधार कार्ड बनाने की जानकारी नहीं होने के अभाव में ग्रामीण अभिभावक जिला स्तर पर भटक रहे हैं।

देय राशि से ज्यादा वसूली –

आधार कार्ड बनाना, मोबाइल नंबर अपडेट करना, नाम की त्रुटि सही करना, इन सभी के लिए 150 रुपये लिए जा रहे हैं। नाम ना छापने की शर्त पर कई लोगों ने बताया कि जो आधार कार्ड फ्री बनता है उसके लिए सौ-सौ रुपये लिए जा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं।

कई बैंको में आधार कार्ड बनाने वालों को यदि कुछ समझ नहीं आ रहा है तो उन्हें समझाने के स्थान पर उनके साथ बदतमीजी भी की जा रही है। कई लोग सुबह जल्दी ग्रामीण अंचलों से निकलकर कतार में लगने के लिए बैंक, लोकसेवा केंद्रों, पोस्ट ऑफिस के साथ अन्य दफ्तरों में पहुंच रहे हैं। इनमें कई महिलाएं भी हैं। यदि ऐसे में उनके साथ रास्ते में कोई अप्रिय घटना घट जाए तो जिम्मेदार कौन होगा।

एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा रहे बैंक वाले –

कहने को तो शासन ने आधार कार्ड की योजना जमीनी स्तर पर लगाकर लोगों के किए अच्छा काम किया, लेकिन उनके जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इनकी जिम्मेदारी ना समझते हुए आवेदकों को एक जगह से दूसरी जगह घुमाया जा रहा है।

जिला मुख्यालय पर ही कई आवेदक बैंकों के कर्मचारियों द्वारा पोस्ट ऑफिस भेजा जा रहा है, जिससे पोस्ट ऑफिस में ज्यादा भीड़ हो रही है और समय पर आधार का काम नहीं हो रहा है।

आवेदकों को यहां से वहां जाकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने बताया कि बैंक के कर्मचारी हमारे यहां अधिकांश आवेदकों को भेज रहे हैं और कह रहे हैं कि पोस्ट ऑफिस में आधार बनेगा।

बता दें कि जीरो से 5 वर्ष तक के आधार कार्ड सभी जगह बन रहे हैं। 18 वर्ष की उम्र से अधिक के आधार कार्ड लोक सेवा केंद्रों और पोस्ट ऑफिस में बन रहे हैं, मगर लोकसेवा का आधार सेंटर अभी बंद है।

अभिभावकों की पीड़ा –

मेरा ओर मेरे बेटे के आधार कार्ड बनाने के लिए 4 दिन से भटक रहे हैं। कई दिन से नंबर लगाने आ रही हूं और आज नंबर आया है। स्कूलों में एडमिशन शुरू हो गए हैं। बिना आधार कार्ड के एडमिशन नहीं दिया जा रहा है। – नवनीता साधु, आवेदक

व्यवस्था करना चाहिए –

आधार कार्ड बनाने के लिए शहर से गांव तक लोग परेशान हो रहे हैं और प्रशासन ने इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। आधार कार्ड बनाने के लिए प्रशासन को उचित व्यवस्था करना चाहिए। – विवेक परमार, आवेदक

कई तरह की समस्या आ रही है –

कभी-कभी सर्वर डाउन रहता है तो नेट बंद हो जाता है। कई बार आईडी नहीं चलती, कई बार सिस्टम चलते-चलते बंद हो जाता है। प्रोसेस धीमी होती है। इस तरह की कई समस्याएं आती हैं। – मांगीलाल डाबर, आवेदक


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