मध्य प्रदेश में सरकार पर 50 प्रतिशत कमीशन लेने के आरोप कांग्रेस ने एक पत्र के आधार पर लगाए हैं। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, मीडिया प्रभारी जयराम रमेश, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव सहित कई नेताओं पर पूरे प्रदेश में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके बाद से कांग्रेस भी हमलावर है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस कमेटियां प्रेसवार्ता लेकर विरोध दर्ज करवा रही है।
धार बस स्टैंड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय पर रविवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार, जिला कांग्रेस प्रभारी निर्मल मेहता, प्रदेश कांग्रेस सचिव कुलदीप सिंह बुंदेला, संभागीय प्रवक्ता शुभ्रंगना राजे व शहर कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर सिंह टोनी छाबड़ा की मौजूदगी में प्रेसवार्ता हुई। इसमें जिला कांग्रेस प्रभारी मेहता ने कहा कांग्रेस ने चोरी और सीना जोरी की कार्रवाई के विरोध और घोर निंदा करती है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता संकल्प लेता है कि वह इस कमीशनराज की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।
प्रेसवार्ता में इन नेताओं ने कहा कि मप्र की शिवराज सिंह चौहान सरकार के 50 प्रतिशत के कमीशन राज को उजागर करने वाले पेटी कांट्रेक्टर भाई का धन्यवाद।
इस पत्र को समाचार पत्रों में प्रकाशित करने वाले पत्रकार साथियों का भी कांग्रेस नेताओं ने धन्यवाद दिया। सरकारी ठेकों में किस तरह से भ्रष्टाचार हो रहा है। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि आज 13 अगस्त के दिन पीछले साल कारम बांध टूट गया था। 300 करोड़ रुपए की लागत से बना यह बांध पहली बरसात भी नहीं झेल पाया था। इसकी वजह 50 प्रतिशत कमिशन तो और क्या थी?
प्रेसवार्ता में बताया कि प्रदेश में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण आहार में घोटाला होने की खबर आप सबके सामने है। महाकाल लोक के निर्माण में भी जिस तरह घोटाला किया गया, वह यहां गिरी सप्त ऋषि की मूर्तियां अपने आप बयान करती है। जरा सी बाढ़ में कारम डेम का बह जाना बताता है कि प्रदेश में ठेकेदारी में कितना कमिशन चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार आते ही डंपर घोटाले के साथ अपना कार्यकाल शुरू करने वाले मुख्यमंत्री घोटाले का कीर्तिमान बना चुके है।
कांग्रेस ने गिनाए घोटाले : प्रेसवार्ता में कांग्रेस प्रभारी मेहता ने सरकार के घोटाले गिनाए। उन्होंने कहा नदी में घोटाला, पहाड़ में घोटाला, स्कूल में घोटाला, शिक्षा में घोटाला, भोजन में घोटाला, भजन में घोटाला, अस्पताल में घोटाला, इलाज में घोटाला, रेमडेसीविर इंजेक्शन में घोटाला, कोरोना में हुई मौतों पर घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला सहित अन्य घोटालों की बात कही। अंत में प्रभारी मेहता ने कहा कि किसान के एक छोटे से काम से लेकर नामांतरण तक बगैर कमिशन नहीं हो रहे है।