इन दिनों जिले की विभिन्न तहसीलों से जनजाति विभाग के हॉस्टलों में समस्याओं की शिकायतें सामने आ रही हैं। किसी हॉस्टल में खराब खाने के कारण बच्चों का बीमार होना तो किसी हॉस्टल में अधीक्षक और प्राचार्य से तंग आकर बड़े अधिकारियों को शिकायत देना आम बात हो गई है। गुरुवार को धार जिले के लबरावदा फाटा स्थित एकलव्य आवासीय छात्रावास के विद्यार्थियों ने एक और ताजा मामला उठाया।
लबरावदा फाटा पर बने एकलव्य आवासीय छात्रावास के छात्र, पैदल चलते हुए, धार कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और अपर कलेक्टर को अपनी शिकायत दर्ज कराई। छात्रों ने अधीक्षक पर गुप्तांग पर मारने के गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रों का कहना है कि शिक्षक प्रवीण कुमार त्रिपाठी और शिक्षिका प्रिया मैडम उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और बिना कारण के मारपीट करते हैं। साथ ही, छात्रों ने जातिगत भेदभाव के भी आरोप लगाए हैं।
खेल सामग्री और छात्रवृत्ति की कमी
छात्रों का कहना है कि छात्रावास में मनोरंजन के लिए खेल सामग्री उपलब्ध नहीं है और उन्हें छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही है। इन समस्याओं और शिक्षकों के अनुचित व्यवहार से परेशान होकर वे लगभग 3 किलोमीटर पैदल चलकर धार कलेक्टर से मिलने पहुंचे। उन्होंने संयुक्त कलेक्टर को अपनी समस्याओं का आवेदन सौंपा।
जिम्मेदारों का पक्ष
शिक्षक प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा अनुशासन तोड़ा गया था, जिसके कारण उन्होंने फटकार लगाई थी और वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में बताया था। त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने बच्चों से माफी भी मांगी थी, जिससे बच्चे शांत हो गए थे। हालांकि, गुरुवार को कुछ छात्र संगठन के छात्रों ने बच्चों को भड़काया और उन्हें कलेक्टर ऑफिस तक ले आए।
सहायक आयुक्त ब्रजकांत शुक्ला ने कहा कि संयुक्त कलेक्टर और टीम शुक्रवार को छात्रावास जाकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि छात्रों के साथ मारपीट की घटना साबित होती है, तो कलेक्टर की अनुमति से अधीक्षक को हटा दिया जाएगा।