कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस गाठिये को मिला वेस्ट कृषि विस्तार वैज्ञानिक अवार्ड


धार में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस गाठिये को धार जिले में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट विस्तार एवं अनुसंधान कार्य हेतु “वेस्ट कृषि विस्तार वैज्ञानिक अवार्ड 2022” दिया गया।


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dr gs gathiye

धार। धार में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस गाठिये को धार जिले में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट विस्तार एवं अनुसंधान कार्य हेतु राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में आयोजित 11वीं राष्ट्रीय बीज अधिवेशन के दौरान केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और मध्यप्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल द्वारा “वेस्ट कृषि विस्तार वैज्ञानिक अवार्ड 2022” दिया गया।

डॉ. जीएस गाठिये द्वारा विगत वर्षों में किसानों की आय को दोगुना करने हेतु धार जिले में नवीनतम एवं आधुनिक तकनीकी जैसे कृषि की जलवायु आधारित नवीनतम कृषि तकनीक, फसल विविधिकरण, बहुमंजिला खेती, एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल का विस्तार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मानित किया गया।

कृषि आय में बढ़ोत्तरी एवं आजीविका में सुधार हेतु जलवायु आधारित तकनीकी सूचना एवं संचार तकनीकी, उच्च तकनीकी उद्यानिकी, एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल, कड़कनाथ मुर्गीपालन, उच्च गुणवत्ता का बीज उत्पादन करने हेतु नवीन किस्में जैसे- आरवीएस 24, आरवीएस 18, आरवीएस-एम 35, आरवीएस 2011-10, जेएस 20-98, जेएस 20–69, जेएस 20-34 को मेढ़ नाली पद्धति से उगाने हेतु प्रचार-प्रसार आदि को किसानों के मध्य ले जाकर उत्पादन एवं आय में वृद्धि हेतु सम्मानित किया गया।

डॉ. जीएस गाठिये द्वारा केन्द्र पर जीवंत प्रदर्शन इकाईयां जैसे गुणवत्ता युक्त बीज उत्पादन, फसल संग्रहालय, एकीकृत कृषि प्रणाली, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती, कृषि अवशिष्ट प्रबंधन, बहुमंजिला खेती, उच्च तकनीकी उद्यानिकी, कड़कनाथ मुर्गी पालन, बकरी पालन, पशुधन प्रबंधन, अजोला उत्पादन आदि स्थापित करने से जिले एवं जिले के बाहर के किसान लाभान्वित हुए हैं।

साथ ही जिले के 1,72,568 किसानों को समय-समय पर किसान मोबाइल संदेश एवं व्हाटसएप समूह के माध्यम से 12,645 कृषकों को कृषि एवं मौसम आधारित तकनीकी जानकारी दी जा रही है।

दलहन एवं तिलहन के क्षेत्र में आदिवासी कृषकों को आत्मनिर्भर बनाने एवं पोषण की दृष्टि से उत्पादन बढ़ाने हेतु आदिवासी उपयोजन अंतर्गत सोयाबीन, मूंग, उड़द, मूंगफली एवं अरहर में नवीन तकनीकी के साथ- थ मेढ़ नाली एवं क्यारी पद्धति का विस्तार करने हेतु अवार्ड दिया गया है।

आदिवासी क्षेत्रों में गैर इमारती वन उत्पाद की गुणवत्ता सुधारने एवं उचित बाजार मूल्य मिले इस हेतु आर्या परियोजना अंतर्गत आधुनिक तकनीकी का तेजी से विस्तार एवं प्रचार-प्रसार किया गया।

जिले के कृषि आदान विक्रेताओं के हित में तकनीकी मार्गदर्शन एवं कृषकों को उचित कृषि परामर्श मिले इस हेतु डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स चलाकर 200 से अधिक आदान विक्रेताओं को प्रशिक्षित किया गया है जिससे वे किसानों को उचित सलाह दे रहे हैं।

जिले के लघु एवं सीमांत कृषकों के लिए आय एवं रोजगार का सृजन करने हेतु एकीकृत कृषि प्रणाली मॉडल केन्द्र पर एवं किसानों के प्रक्षेत्र पर प्रदर्शित कर उत्पादन एवं आय में बढ़ोत्तरी का उल्लेखनीय कार्य किया है।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीएस गाठिये मूलतः धार जिले के ग्राम लुन्हैरा खुर्द (साला पुनर्वास), तहसील धरमपुरी, जिला धार के मूल निवासी हैं तथा जिले के कृषकों के बीच लोकप्रिय होकर कृषक हितार्थ अनुसंधान एवं तकनीकी को पहुंचाने का उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।

पुरस्कार सम्मान समारोह के दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलपति प्रो. एसके राव, ग्वालियर की महापौर डॉ. शोभा सिकरवार, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के संयुक्त सचिव अश्विनी कुमार, डॉ. आरसी अग्रवाल, उपनिदेशक (शिक्षा), डॉ. एसके शर्मा, निदेशक अनुसंधान सेवाएं, डॉ. डीएच रानाडे, अधिष्ठाता कृषि संकाय एवं डॉ. वायपी सिंह, निदेशक विस्तार सेवांए, अनिल कुमार सक्सेना, कुलसचिव उपस्थित रहे।

अवार्ड प्राप्त करने पर कृषि विज्ञान केन्द्र, धार के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. केपी असाटी एवं स्टाफ के सभी साथियों एवं परिवार के सदस्यों द्वारा हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी गई।

डॉ. जीएस गाठिये ने अपनी इस उपलब्धि पर समस्त गुरूजनों, साथियों, परिवार के सदस्यों एवं कृषकों का आभार व्यक्त किया।


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