नालछा में प्रशासन ने जमींदोज किया कांग्रेस नेता का मकान, मां बोली- कांग्रेसी होने की कीमत चुकाई


प्रशासन द्वारा मकान तोड़े जाने के बाद आरोपी कांग्रेसी नेता की मां ने कहा कि पहले झूठे प्रकरण दर्ज करके पुलिस रिकॉर्ड बनाया और अब मकान तोड़ दिया। दो पक्षों में विवाद के दौरान आर्य पर गोली चलाने का है आरोप, तहसीलदार ने कहा- अतिक्रमण करके बनाया था मकान।


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धार Published On :
nalcha buldozer on accused

धार। जिला प्रशासन के अमले ने शुक्रवार को नालछा में कांग्रेस नेता अनिल आर्य का करीब एक हजार वर्ग फुट भूमि पर बना तीन मंजिला मकान जमींदोज कर दिया। करीब ढ़ाई घंटे तक पोकलेन के माध्यम से मकान तोड़ने की कार्रवाई की गई।

इस मकान में किरायेदार भी रह रहे थे इसलिए पहले उनसे मकान खाली करवाया गया। प्रशासन की कार्रवाई के बाद आर्य की वृद्धा मां ने कार्रवाई को द्वेषतापूर्ण बताया है।

उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने कांग्रेस की राजनीति करने की कीमत चुकाई। पहले राजनीति के चक्कर में उस पर दर्जनों झूठे प्रकरण लादे गए। अब मकान तोड़ दिया है। यह मकान पूरे परिवार ने मिल-जुलकर बनाया था।

विवाद में गोली चलने के बाद हुई कार्रवाई –

शुक्रवार को आर्य के मकान को तोड़ने की कार्रवाई के एक दिन पूर्व गुरुवार रात को आर्य और क्षेत्र के जैन परिवार में कहा-सुनी के बाद विवाद हो गया था। इस विवाद के दौरान जैन परिवार के पुष्पमल जैन के हाथ में गोली के छर्रे लगे हैं।

उन्हें पहले जिला अस्पताल फिर इंदौर भर्ती किया गया। इस घटना के बाद आर्य और उनके बेटों पर प्रकरण दर्ज किया गया। वहीं दूसरे दिन प्रशासन ने आर्य का नालछा में मुख्य मार्ग पर बना तीन मंजिला मकान ध्वस्त कर दिया।

चूंकि आर्य राजनैतिक क्षेत्र से जुड़े हुए व्यक्ति थे और पूर्व में जनपद सदस्य भी रह चुके हैं। ऐसी परिस्थिति में कानून व्यवस्था के मद्देनजर मांडव, धामनोद एवं अन्य क्षेत्रों से पुलिस बल बुलाया गया था। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शांतिपूर्ण तरीके से मकान ढहाया गया है।

पंचायत भूमि पर अवैध कब्जा – तहसीलदार ने कहा

जमींदोज की कार्रवाई के दौरान तहसीलदार सुदेश नागर सहित ग्राम पंचायत के कर्मी और पुलिस महकमे से एसडीओपी सहित धामनोद थाना प्रभारी राजकुमार यादव एवं अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।

तहसीलदार नागर ने बताया कि तीन मंजिला मकान का निर्माण जहां किया गया है वह जमीन पंचायत अधीन आबादी क्षेत्र की है। इस पर अवैध रूप से कब्जा करके मकान बनाया गया था।

इधर आर्य के परिवार ने कहा कि पीढ़ियों से परिवार यहां निवास कर रहा है। गांव की आबादी में सबके मकान हैं। इस तरह के मकान सिर्फ हमारे ही नहीं बल्कि अनेकों लोगों के हैं। इसके बावजूद दो पक्षों के विवाद में हमारा पक्ष जाने बगैर इस तरह की कार्रवाई की गई है।

कार्रवाई देखने पहुंचे –

शुक्रवार को प्रशासन की तोड़फोड़ कार्रवाई को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई। मुख्य मार्ग पर तोड़फोड़ के चलते वाहनों के लिए मार्ग बदला गया।

बदमाशों के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी –

कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाला कोई भी शख्स हो, उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। आर्य के ऊपर एक दर्जन से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। प्रशासन द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके बनाए गए मकान को जमींदोज किया गया है। बदमाशों के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी। हमारी प्राथमिकता जिले में शांति व्यवस्था और कानून के पालन कराने की है। – आदित्य प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक, जिला धार

उनका ही हथियार उनको लगा –

शुक्रवार को तोड़फोड़ के दौरान प्रशासन की कार्रवाई का आर्य के परिवार से किसी ने भी विरोध नहीं किया। दरअसल तोड़फोड़ के बाद घर में वृद्ध पिता बाबुलाल का ब्लड प्रेशर बढ़ने से उन्हें घर में ही बॉटलें चढ़ाई जा रही थी। बहू व सास अपने पैतृक दूसरे मकान को लेकर आशंकित थी।

अनिल आर्य की मां ने बताया कि

जैन परिवार का बच्चा और उनके पोते दोनों अच्छे दोस्त थे। इनके बीच कहा-सुनी हुई। इस दौरान मेरा बेटा समझाने गया तो उसको लट्ठ से मारा गया। उन्होंने खून से सनी बनियान भी दिखाई और कहा यह मेरे बेटे अनिल की बनियान है इतना खून बहा है। हम घर पर थे और जैन अपने साथ बहुत सारे लोगों को लेकर हमारे घर आ गया। इस दौरान विवाद होने पर उनके द्वारा लाया गया हथियार से ही वह घायल हो गए। हमें तो यह भी नहीं पता कि बंदूक से घायल हुए या और किसी और चीज से। हमें तो हमारे बेटे की चिंता है जो घायल है और पता नहीं कहां है। पुलिस हमारी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कर रही है।


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