गणपति घाट पर रुकेंगे हादसे, नया मार्ग 30 नवंबर से होगा शुरू


15 सालों में 345 जानें ले चुका है यह खतरनाक रास्ता, अब हादसों पर लगेगी लगाम


आशीष यादव
धार Updated On :
गणपति घाट पर रुकेंगे हादसे, नया मार्ग 30 नवंबर से होगा शुरू

धामनोद से इंदौर के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए नया वैकल्पिक मार्ग तैयार हो चुका है। 30 नवंबर को सुबह 10 बजे से यह मार्ग चालू कर दिया जाएगा। इस नए मार्ग से वाहनों की धामनोद की ओर जावक बंद कर दी जाएगी। 8.8 किलोमीटर लंबे इस वैकल्पिक मार्ग का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर करेंगी। यह नया मार्ग राऊ-खलघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर मौजूद देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पॉट, गणपति घाट, पर हादसों को रोकने में सहायक होगा।

गणपति घाट पर लगातार होते रहे हैं हादसे

गणपति घाट, जिसे ‘मौत का घाट’ भी कहा जाता है, पिछले 15 वर्षों में 3,650 से अधिक हादसों का गवाह रहा है। इन हादसों में 1,850 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 345 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य कारण वाहनों के ब्रेक फेल होना, घुमावदार सड़कें और ओवरलोडेड ट्रकों का नियंत्रण खो देना है। घाट पर अब तक 16 लोग जिंदा जलकर अपनी जान गंवा चुके हैं।

हादसों को रोकने के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने करीब 106 करोड़ रुपये की लागत से इस वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया है। यह मार्ग बड़े और भारी वाहनों के लिए तीन लेन का होगा, जबकि कार और बाइक के लिए एक अलग लेन दी गई है।
जैसे ही यह मार्ग चालू होगा, दुर्घटनाओं की आशंका लगभग खत्म हो जाएगी। यह वैकल्पिक मार्ग प्रतिदिन 18,000 से अधिक वाहनों को सुरक्षित आवाजाही प्रदान करेगा।

पिछले 15 वर्षों के बड़े हादसे

1. 25 दिसंबर 2013: एक ट्राले ने घाट पर पांच वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। तीन लोग जिंदा जलकर मारे गए।

2. 7 नवंबर 2022: एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई, जब उनकी कार को ट्रक ने टक्कर मार दी।

3. 4 सितंबर 2024: एक ट्रक की टक्कर से पलटी कार में मां और सात वर्षीय बेटे की मौत हो गई।

4. 10 मई 2017: एक दूल्हे को लेकर जा रही कार को ट्राले ने टक्कर मारी, जिसमें दूल्हे सहित 9 लोगों की मौत हुई।

 

अब राहत की उम्मीद…

नई सड़क के उद्घाटन के बाद वाहन चालकों को राहत मिलने की उम्मीद है। गणपति घाट पर लगने वाले लंबे जाम और दुर्घटनाओं से बचने के लिए यह मार्ग एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अनुसार, यह देश के सबसे खतरनाक ब्लैक स्पॉट्स में से एक है। लेकिन अब इस मार्ग के चालू होने के बाद दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकेगी।

उम्मीद की जा रही है कि इस मार्ग के माध्यम से वाहन चालक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।

 


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