धार/रतलाम। नकली व अवैध शराब के खिलाफ प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान में रतलाम जिले के बिलपांक पुलिस थाने के गांव झर में करीब आठ महीने पहले 19 अक्टूबर को पकड़ाई अवैध शराब फैक्ट्री के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपी अंकुश पिता शशिकांत जायसवाल निवासी खाचरोद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
इसके साथ ही उसके तीन और साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा था। अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ाने के बाद से ही वो फरार चल रहा था। पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था जहां से उन्हें 9 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
ढाबे के पास कार में कर रहे थे हिसाब –
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सालाखेड़ी नेशनल ढाबे के पास ग्राम झर थाना बिलपांक में वर्ष 2020 में पकड़ी गई अवैध नकली शराब फैक्ट्री का मुख्य फरार आरोपी अंकुश जायसवाल अपने साथियों के साथ आई-20 कार में अपने अन्य दो साथियों के साथ बैठकर रुपयों का हिसाब कर रहा है।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ढाबे के पास एक सफेद रंग की आई-20 कार में तीन लोगों को बैठा पाया। ये लोग कार में ही रुपये गिन रहे थे। पुलिस को देख सभी भागने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। आरोपियों की पहचान पता करने पर झर की फैक्ट्री का फरार मुख्य आरोपी अंकुश पिता शशिकांत जायसवाल मिला।
झर गांव में पकड़ाई थी नकली शराब फैक्ट्री –
बता दें कि बीते साल अक्टूबर के महीने में पुलिस ने झर गांव में चल रही नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी मात्रा में नकली शराब जब्त की थी। आबकारी विभाग ने यहां 23 हजार क्वार्टर देशी शराब समेत बड़ी संख्या में नकली शराब बनाने का सामान, बोतल, ढक्कन, लेबल और इन्हें ढोने में इस्तेमाल होने वाले वाहन भी जब्त किए थे।
नकली शराब की फैक्ट्री देशपाल सिंह नाम के आरोपी के खेत पर संचालित की जा रही थी। आरोपियों ने नकली शराब बनाने का सामान एक कुएं में छुपा कर रखा था। पुलिस ने कुएं में छिपाकर रखा स्प्रिट और यूरिया जब्त किया था।
धार व अन्य जिलों में आती थी इसकी शराब –
बता दें कि यह अपना शराब का कारोबार धार, उज्जैन, रतलाम, नीमच, झाबुआ, अलीराजपुर आदि जगह पर करता था। आरोपी कम दाम में यहां पर कालाबाजारियों को नकली शराब उपलब्ध कराता था।
बीते दिनों रतलाम जिले के सतारुडा की दुकान से शराब लेकर आ रहे दो युवकों को पुलिस ने पकड़ा था व दुकान मैनेजर पर कार्रवाई हुई थी लेकिन ठेकेदार पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बता दें कि आबकारी व पुलिस ने लगातार कार्रवाई कर जिले में बिकने वाली अवैध शराब पर अंकुश लगा दिया है। पिछले दिनों नौगांव शहर व जिले में हुई कार्रवाई को देखकर अवैध शराब के कारोबारियों में डर बैठ गया है।
इसके साथ ही प्रदेश सरकार की नई आबकारी नीति ने अवैध शराब व्यापारियों में डर पैदा कर दिया है।