सेना में भर्ती के लिए होने वाली अग्निवीर भर्ती परीक्षा में फर्जी अंक सूची के आधार पर प्रवेश लेने वाले एक युवक के खिलाफ जांच के बाद प्रकरण दर्ज किया गया है। नौगांव पुलिस ने यह केस दर्ज किया है।
बताया जा रहा है की जांच के बाद शासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई हुई है। आरोपी युवक उज्जैन के तराना का रहने वाला है। दरअसल 8 सितंबर 2022 को भारतीय खेल प्राधिकरण धार में अग्निवीर भर्ती योजना के तहत भर्ती कैंप लगाया गया था।
इंदौर उज्जैन संभाग के जिलों से युवक इसमें शामिल होने के लिए धार पहुंचे थे. इस दौरान उज्जैन के तराना से युवक अजय पिता छोटू लाल गुर्जर निवासी हालू खेड़ी तराना उज्जैन भी भर्ती शिविर में शामिल होने के लिए धार पहुंचा था।
इस दौरान युवक अजय ने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए थे. उनकी जांच की गई तो वह फर्जी पाई गई। इसके बाद शासन स्तर से मामले की जांच के बाद पुलिस थाना नौगांव को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया था। इस मामले में नौगांव पुलिस ने शासन तर्फे धोखाधड़ी की धारा 420, 468 व 471 भादवि के तहत केस दर्ज किया है।
मार्कशीट से आधार की छेड़खानी:
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार अजय द्वारा हाई स्कूल की परीक्षा वर्ष 2015 में पास की थी, जिसमें जन्म दिनांक 05 जून 1998 दर्ज की गई थी। इसके साथ ही वर्ष 2017 में कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
किंतु वर्ष 2021 में अपनी कक्षा 8वीं की मार्क शीट में जन्मतिथि 1998 के स्थान पर 2002 लेख कर उसके आधार पर कक्षा 10 वीं की प्राइवेट परीक्षा का पुनः फॉर्म भरकर वर्ष 2021 में परीक्षा दी तथा हाई स्कूल की मार्क शीट में जन्मतिथि 05 जून 2002 वाली प्राप्त कर कूटरचित दस्तावेज के आधार पर आधार कार्ड में भी जन्मतिथि 05 जून 2002 करवा ली थी।
अग्निवीर भर्ती परीक्षा में ये सभी दस्तावेजों का उपयोग अजय द्वारा किया गया था। जांच में यह बात सामने आई कि अजय ने 8 वीं की मार्क शीट में जन्म दिनांक के स्थान को वाइटनर लगाकर बदला था। थाना प्रभारी सुनील शर्मा के अनुसार उज्जैन पुलिस ने जांच की रिपोर्ट धार पुलिस को प्रस्तुत की है, इसी आधार पर धोखाधड़ी की धारा में प्रकरण दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
नगर पुलिस अधीक्षक रविंद्र वास्कले ने बताया कि अग्नि वीर भारती योजना के तहत युवक ने फर्जी दस्तावेज बताए थे। जांच के बाद इस मामले में नौगांव पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। चूंकि भारती धार में हुई थी। घटनास्थल धार का होने के कारण केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।