भोजशाला सर्वे का 98 वां दिन, ब्रम्हा और देवी मूर्ती मिलने की जानकारी, हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करने की तैयारी


सर्वे का काम पूरा, एएसआई ने अब तक के सर्वे की रिपोर्ट तैयार की, 2 जुलाई को कोर्ट के सामने पेश करेगी


आशीष यादव
धार Published On :

भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण ने भोजशाला में 98वें दिन अपना सर्वे पूरा किया। गुरूवार को सर्वे का एक अहम दिन रहा। इस दिन एसआई के 7 अधिकारी व कर्मचारी, 36 मजदूरों सहित पक्षकारों की मौजूदगी में भोजशाला के इतिहास की जांच की गई। इस दौरान कई अहम साक्ष्य मिले और एक बार फिर इनसे हिन्दू पक्ष के दावों को मजबूती मिली।

एएसआई की टीम भोजशाला परिसर सहित 50 मीटर की परिधि में सर्वे कर रही है। अब तक हुए सर्वे की एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है और 2 जुलाई को यह सर्वे रिपोर्ट हाईकोर्ट में जमा की जाएगी। इसके बाद चार जुलाई को होने वाली सुनवाई में इसकी जानकारी सार्वजनिक हो सकती है। सर्वे रिपोर्ट तैयार करने का काम काफी समय से जारी है। ऐसे में एएसआई के अधिकारी इसी काम में लगे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक एएसआई की टीम को भोजशाला में सर्वे के दौरान अब तक 1700 से अधिक पाषाण पुरावशेष मिल चुके हैं जिन्हे टीम ने सुरक्षित कर रखा है।

भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने मीडिया को बताया की गुरूवार को भोजशाला के उत्तर पूर्व में और कमाल मौलाना दरगाह के पश्चिमी भाग में जहां खुदाई और मिट्टी हटाने का काम चल रहा है वहां से मिट्टी हटाए जाने पर पत्थर की सात कृतियों/ मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। इनमें एक चार इंच की ब्रह्मा की मूर्ति और दूसरे मे देवी का चेहरा बना हुआ है, इसके साथ मिले 5 अन्य अवशेषों पर अलग अलग आकृतियां बने हुए हैं। एएसआई की टीम ने सभी अवशेषों को संरक्षित कर लिया है। इसी के साथ सर्वे के दौरान पूर्व में निकले अवशेषों की नंबरिंग और फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जा रही है।


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