भोजशाला सर्वे का 64वां दिन: गर्भगृह के नजदीक मिट्टी हटाने पर तीन अवशेष मिले, मुस्लिम समाज ने काली पट्टी बांधकर पढ़ी नमाज


शुक्रवार होने के चलते भोजशाला परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था, अगले हफ्ते तक आ सकती हैं मशीनें


आशीष यादव
धार Published On :

भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम द्वार भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है। शुक्रवार को सर्वे का 64वां दिन था। इस दिन एएसआई की टीम ने अल सुबह 6 बजे से ही सर्वे के तहत काम शुरु कर दिया था। दोपहर 12 बजे तक टीम ने करीब 6 घंटे में आज का सर्वे समाप्त कर दिया। जिसके बाद मुस्लिम समाज के लोगों को नमाज पढने के लिए प्रवेश दिया। वहीं मुस्लिम समाज के लोग सांकेतिक रूप से विरोध करते हुए हाथों में काली पट्टी बांधकर पहुंचे थे। इधर शुक्रवार होने के चलते भोजशाला परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था।

शुक्रवार को एएसआई के 11 अधिकारी, कर्मचारी, 45 मजदूरों व पक्षकारों की मौजूदगी में सर्वे किया गया। भोजशाला के गर्भगृह, उत्तर, पश्चिमी व दक्षिण क्षेत्र में लेबलिंग के साथ ही मिट्टी हटाने का काम हुआ हैं अधिकारियों की संख्या कम होने के कारण सर्वे की गति जरूर धीमी रही। मिट्टी हटाने का काम लगातार जारी है। जानकारी के अनुसार, उत्तर और दक्षिण क्षेत्र में की गई खुदाई में 3-3 फीट गहराई और बढ़ गई है। अब 18 फीट तक खुदाई हो चुकी है। अब मशीनों के आने का इंतजार है। तभी यह सर्वे व्यापक और वैज्ञानिक रूप से होगा। अगले सप्ताह मशीनों के आने की उम्मीद जताई गई है। भीतरी भाग में सर्वे के तहत वीडियो ग्राफी, फोटोग्राफी, क्लीनिंग और ब्रशिंग का काम भी चल रहा है।

भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया की मिट्टी हटाने के दौरान गर्भगृह में एक अवशेष व भोजशाला के बाहरी परिसर के उत्तर दिशा में दो अवशेष आज मिले हैं। वहीं शर्मा ने मुस्लिम समाज के सर्वे के विरोध में काली पट्टी बांध कर आने पर कहा की वो भी सच जानते है, की भोजशाला मंदिर है और उन्हें डर है कि कहीं इस सर्वे में सच सामने ना आ जाए इस लिए वे लोग हाईकोर्ट के आदेश पर वैज्ञानिक पद्धति से चल रहे एएसआई के सर्वे का विरोध कर रहे है ।

काली पट्टी बांधकर नमाज पड़ने पहुंचा मुस्लिम समाज: शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा करने के लिए भोजशाला पहुंचे। पिछले शुक्रवार को किए गए ऐलान के मुताबिक मुस्लिम समाज के लोग सांकेतिक विरोध स्वरूप हाथों में काली पट्टी बांधकर नमाज के लिए पहुंचे थे। नमाज के बाद मुस्लिम समाज ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी कलेक्टर को सौंपा। ज्ञापन में भौतिक उत्खनन में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करने की मांग की गई है।


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