स्वास्थ्य शिविर में 427 मरीजों को मिला लाभ, धार में अब मिलेगी बड़े शहरों की तरह सुविधा


श्री धारेश्वर हॉस्पिटल (धार) एवं मेदांता हॉस्पिटल (इंदौर) की पहल पर विशेषज्ञों ने किया सेहत का परीक्षण।


DeshGaon
धार Published On :
dhar health camp

धार। श्री धारेश्वर हॉस्पिटल धार एवं मेदांता हॉस्पिटल इंदौर द्वारा जिला मुख्यालय पर रविवार को निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के पीछे मकसद यहा था कि जरूरतमंद लोगों को महानगर के विशेषज्ञों के माध्यम से उचित परामर्श मिल सके।

इस स्वास्थ्य शिविर के तहत 427 मरीजों को लाभ भी मिला। मरीजों को उचित परामर्श मिलने के कारण वे मानसिक रूप से जो परेशानी का सामना कर रहे थे, उसमें भी राहत मिली।

रविवार को धार में श्री धारेश्वर हॉस्पिटल में शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. संतोष दुबे, डॉ. आशीष डामोर, डॉ. उदय कुलकर्णी व राजीव सिन्हा ने किया।

धार के डायरेक्टर जितेंद्र चौहान, केके रायखेड़े, वीके सांखला, स्वप्निल सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत किया। श्री धारेश्वर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अपने स्तर पर सोशल रिस्पांसिबिलिटी पूरी करता है। इसी के चलते निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था।

सुबह साढ़े से शाम पांच बजे तक हॉस्पिटल परिसर जवाहर मार्ग पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. एचपी यादव, यूरोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट के विशेषज्ञ डॉक्टर रवि नागर, कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर रितेश कुमार गुप्ता तथा हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अविनाश मंडलोई व न्यूरो सर्जन डॉक्टर पुलक निगम अपनी सेवाएं दीं जिन्होंने मरीजों को उपचार के लिए उचित परामर्श दिया।

इस मौके पर विशेष रूप से पेट रोग संबंधी 105 मरीज, हृदय संबंधी 54, किडनी संबंधी 21, हड्डी रोग संबंधित 83, नेत्र रोग से संबंधित 47, न्यूरो संबंधी 64 और ऑपरेशन योग्य 27 मरीजों को पूर्ण रूप से उचित परामर्श दिया गया। साथ ही उनको अपने आगामी उपचार की भी जानकारी दी गई। इसके अलावा स्त्री रोग संबंधित 26 मामले आए, जिसमें भी महिलाओं को उचित परामर्श दिया गया है।

इस तरह से श्री धारेश्वर हॉस्पिटल द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, उसमें यह एक पहला और महत्वपूर्ण शिविर था। हॉस्पिटल अपनी रिसर्च भी जारी रखेगा कि क्षेत्र में किस तरह के मरीज अधिक हैं।

उसके आधार पर उनके लिए क्या सुविधाएं हो सकती हैं, इस पर भी संस्थान कार्य करेगा। कार्यक्रम में आभार प्रणय रायखेड़ व देवेंद्र सांखला ने माना।


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